क्या था मामला
शिकायतकर्ता रामनरेश जायसवाल ने बताया ने लोकायुक्त कार्यालय रीवा में शिकायत दर्ज कराई थी। रामनरेश जायसवाल का 5 जनवरी को गांव में रहने वाले अमृतलाल जायसवाल से विवाद हो गया था।जिसकी रिपोर्ट वह पपौंध थाने में रिपोर्ट लिखवाने गया था। वहां मौजूद हेड कांस्टेबल अनिल शर्मा द्वारा उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई थी। वहीं अमृतलाल की तरफ से रामनरेश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी।
जमानत के बदले मांगी रिश्वत
हेड कांस्टेबल अनिल शर्मा ने रामनरेश से जमानत देने की बात कही थी। लेकिन उससे जमानत के बदले 5 हजार रूपए रिश्वत मांगी गई थी। जिसमें पीड़ित से एडवांस में ही 3 हजार रूपए ले लिया गया था। जिसकी शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने 15 सदस्यीय टीम को गठित किया था।
जानकारी के मुताबिक, आरोपी हेड कांस्टेबल पवन सिंह के माध्यम से रिश्वत ले रहा था। इसी दौरान लोकायुक्त की टीम ने दोनों को रंगे हाथों पकड़ा है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है।