सोहागपुर निवासी विक्रम वर्मा ने बताया कि वह इसके पहले दो बार रोजगार मेले में आवेदन कर चुका है। पीथमपुर की एक कंपनी में एक वर्ष ट्रेनिंग भी की। ट्रेनिंग करने के बाद 2 साल और ट्रेनिंग करने कहा गया तो घर वापस आ गया। ट्रेनिंग के बाद भी आगे का भविष्य समझ में नहीं आया।
ब्यौहारी के ग्राम आमडीह से आए अभिषेक पटेल ने बताया कि वह शहडोल में पॉलिटेक्निक से डिप्लोमा कर रहा है, परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण रोजगार की तलाश में है। रोजगार मेला में आई इंदौर की एक कंपनी में आवेदन तो कर दिया, लेकिन उम्मीद नहीं है कि रोजगार मिलेगा।
बृजेन्द्र साकेत निवासी शहडोल ने बताया कि वह आइटीआई में मोटर मैकेनिक का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहा है, क्लास के अन्य छात्र जबलपुर से आई एक प्लेसमेंट कंपनी में आवेदन कर रहे थे तो उसने भी कर दिया, लेकिन कोर्स पूरा किए बिना वह अभी नौकरी करने नहीं जाएगा।