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एंबुलेंस में शव रखने से लेकर पीपीई का मांगा पैसा
चंदिया निवासी महिला के परिजन राजेश ने बताया कि दोपहर 12 बजे से लेकर 4 बजे तक भटकते रहे। पहले मर्चुरी से शव उठाने के लिए कोई नहीं था। इसके लिए भी मेडिकल कॉलेज में एक हजार रुपए शव को एंबुलेंस में रखने के लिए ले लिए। बाद में कोई व्यवस्था नहीं थी तो शव दाह के लिए 35 सौ रुपए लकडिय़ों के लिए लिए गए। इतना ही नहीं लकडिय़ों को जमाने के लिए अलग से वहां पर एक हजार रुपए लिया गया। परिजनों ने बताया कि शव साथ ले जाने वालों द्वारा ही पैसों की मांग की जा रही थी। इसके बाद दाह संस्कार के लिए भी तीन हजार रुपए की मांग की गई। बाद में 21 सौ रुपए लिया गया। परिजनों ने बताया कि दो परिजन भी साथ में थे। इनके लिए पीपीई किट की जरूरत थी लेकिन सरकारी मदद से नहीं मिली। बाद में परिजनों से सात सौ रुपए मांगा जा रहा था लेकिन परिजनों ने बाजार से खरीद ली।
सांस लेने में तकलीफ, वेंटिलेटर में रात में मौत
छत्तीसगढ़ के केलारी निवासी 33 वर्षीय युवक को 5 अप्रैल को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उसे चार दिन से सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। युवक का मोटापा बहुत ज्यादा था। युवक को आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया था। इलाज के दौरान शनिवार रात 7 बजे उसकी मौत हो गई।
आज पॉजिटिव –
कुल संक्रमित –
स्वस्थ्य मरीज –
एक्टिव केस –
होम आइसोलेट –
मेडिकल कॉलेज में भर्ती –