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शाहडोल

पार्किंग स्थल में तब्दील हुआ बस स्टैंड, यात्रियोंं के बैठने की सुविधा नहीं, छत भी हुआ जर्जर

हर वर्ष लाखों की प्राजस्व प्राप्ति फिर नहीं करा रहे मेंटेनेंस

शाहडोलDec 30, 2024 / 12:10 pm

Kamlesh Rajak

हर वर्ष लाखों की प्राजस्व प्राप्ति फिर नहीं करा रहे मेंटेनेंस
शहडोल. नगर में नए बस स्टैंड निर्माण के चक्कर में नगर पालिका प्रशासन पुराने स्टैंड की अनदेखी करने लगा है। दो दशक पहले बने राजीव गांधी बस अड्डा की हालत इन दिनों काफी जर्जर हो चुकी है। मेंटेनेंस के अभाव में यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। हल्की सी बारिश में पूरे परिसर में पानी भर जाता है। यात्रियों को बैठने की सुविधा नहीं हैं, बस स्टैंड का लोग अब वाहनों की पार्किंग के लिए इस्तेमाल करने लगे हैं, पेयजल सहित अन्य आवश्यक सुविधा नहीं होने के कारण यहां हर रोज आने वाले लगभग 3 हजार यात्रियों को परेशान होना पड़ता है। बस स्टैंड से नगरपालिका को हर वर्ष में अच्छा खासा राजस्व प्राप्त होने के बाद भी मरम्मत व रखरखाव कराने में लापरवाही बरती जा रही है। बस संचालकों का मानना है कि नए बस स्टैंड के निर्माण में 1-2 वर्ष का समय लगेगा, तब तक पुराना स्टैंड पूरी तरह खंडहर हो जाएगा, जबकि कुछ पैसे खर्च कर इसी बस स्टैंड को व्यवस्थित किया जा सकता है।
150 से अधिक बसों का होता है संचालन
बस स्टैंड से संभाग के आसपास के क्षेत्र सहित, जबलपुर, इंदौर, नागपुर, प्रयागराज, छत्तीसगढ़, सतना, रीवा, कटनी के लिए बसों का संचालन किया जाता है। यहां हर रोज 3 हजार से अधिक यात्री आवागमन करते हैं। बस स्टैंड यात्रियों के लिए न तो पर्याप्त बैठक व्यस्था है और न ही पेयजल के लिए पर्याप्त सुविधा। शाम होते ही यहां असामाजिक तत्वों का जमघट लग जाता है। पुलिस सहायता केन्द्र भी वर्तमान में बंद है। स्टैंड के अंदर दो पहिया वाहनों की पार्किंग से समस्या और बढ़ती जा रही है। बस संचालकों ने बताया कि शुभारंभ के बाद से भवन मेंटेनेंस के नाम पर कोई कार्य नहीं किया।
वर्ष 2000 में शुरू हुआ था संचालन
बस संचालकों ने बताया कि नए बस स्टैंड का निर्माण लगभग 1994 में शुरू किया गया था और सन् 2000 में यह बनकर तैयार हुआ था। व्यावसायिक दृष्टिकोण से यहां करीब 40 दुकानों का निर्माण कराया गया था। प्रत्येक दुकान 8-10 लाख रुपए में नीलामी की गई थी। इसके बाद दुकानदारों से 1500-2000 रुपए किराया वसूला जा रहा है। इसके अलावा बस संचालकों ने बताया कि यहां बड़ी बसों से 70 रुपए एवं छोटी बसों से 50 रुपए हर रोज पार्किंग शुल्क लिया जाता है।
हर रोज 150 बसों का संचालन 3 हजार से अधिक यात्रियों का आवागमन होने के बाद भी यहां सुविधा नहीं है। कई बार छत के प्लास्ट गिरने से लोग चोटिल हो चुके हैं। नगर पालिका दुकानों से किराया व बसों से पार्किंग शुल्क बराबर ले रही है, लेकिन मेंटेनेंस नहीं करा रही है।
भागवत गौतम (महंत), अध्यक्ष बस ओनर्स एसोसिएशन
यात्रियों की सुविधा को देखते हुए बस स्टैंड का मरमम्म कार्य कराया जाएगा। इंजीनियर से एस्टीमेट तैयार कराया जाएगा। साथ ही यात्रियों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हो सकें इसकी व्यवस्था बनाई जाएगी। नए बस स्टैंड निर्माण की प्रक्रिया पूरी कर मार्च तक निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
घनश्याम जायसवाल, अध्यक्ष नगरपालिका

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