लोक शिक्षण संचालनालय ने समस्त स्कूलों के प्राचार्यो को फरमान भेजा है। जिसमें कहा है कि कथित ब्लू व्हेल गेम से १३० से अधिक बच्चों ने खुदकुशी की है। इससे बचने के लिए स्कूलों में बच्चों की एक्टिविटी पर नजर रखनी होगी। यदि बच्चों के मोबाइल में यह गेम हैं तो उन्हे हटाना सुनिश्चित करे। इसके ाथ ही पालक संघ की बैठक में बच्चों के अभिभावकों को भी इस गेम के दुष्परिणों के बारे में बतानाहोगा।
यह है ब्लू व्हेल गेम चैलेंज
ब्लू व्हेल गेम चैलेंज में एक एडमिन होता है। यह एडमिन बचों को हाथ काटने से लेकर कई खतरनाक चीजों को करने के लिए उत्प्रेरित करता है। अंतिम ५०वें दिन तक खेलने वाले को खुदकुशी करनी होती है। इतना ही नहीं बीच बीच में खतरनाक खेलों के बाद ख्सेल्फी भी अपलोड करने कहा जाता है। बीच में यदि बच्चा गेम छोडऩा चाहता है तो छोडऩे नहीं दिया जाता है। अब तक इस गेम एक डेढ़ सैकड़ा से अधिक बच्चों ने खुदकुशी कर ली है।
नौनिहालों की सुरक्षा के मद्देनजर रखते हुए यह फैसला लिया गया है। स्कूलों में बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। पालक संघ की बैठक में भी अभिभावकों को दुष्परिणाम बताकर जागरूक किया जाएगा।
नीरज दुबे, आयुक्त
लोक शिक्षण मप्र