सिवनी

जेल और सुधारालय में बनी राखियों से देशप्रेम, बाघ बचाने का संदेश

– जेल के बंदियों, सुधारालय के किशोरों ने बनाई 10 हजार राखियां

सिवनीAug 14, 2024 / 05:25 pm

sunil vanderwar

बंदियों-किशोरों ने बनाई राखियां।

सिवनी. जिला जेल के बंदी और सुधारालय के किशोरोंं ने इस बार रक्षाबंधन के लिए कई तरह की राखियां तैयार की हैं। राखी के जरिये बाघ बचाने, वन संरक्षण, तिरंगा-सर्वधर्म समभाव, राष्ट्रप्रेम, सद्भाव का संदेश देने की भी पहल हो रही है। इन राखियों को देश की सीमाओं की सुरक्षा में तैनात सेना के जवानों, जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि, जिला जेल स्टॉफ, वन एवं अन्य विभाग, पेंच टाइगर रिजर्व और नागरिकों में बांटा जा रहा है।
सुधारालय में बनाई गई राखियां।

बंदियों-किशोरों ने बनाई खास राखी
जिला जेल में वर्तमान में 275 बंदी हैं। जिनमें से 18 महिलाएं हैं। जेल प्रशासन के सामने कोहका फाउंडेशन ने बंदियों के जरिये नि:शुल्क राखी बनवाने का प्रस्ताव रखा, तो कुछ बंदियों ने इसके लिए सहमति देते हुए उत्साह दिखाया। तब जेल प्रशासन ने सहमति दे दी। फाउंडेशन की ओर से राखी बनाने की सामग्री धागा, रेशम, मोती, नग व सजावट की अन्य सामग्री उपलब्ध करा दी। लगातार दो सप्ताह में बंदियों ने एक हजार से अधिक राखियां तैयार कर चुके हैं। इसी तरह से शासकीय सुधारालय के 86 किशोरों ने 10 हजार राखियां बनाने में अपना योगदान दिया है। किशोरों ने अपने परिवार को पत्र लिखकर उत्साह से राखी भेजकर इसकी जानकारी भी दी है।

जेल में भाई-बहनों को बांधेंगी राखी
जिला जेल में इस बार भी रक्षाबंधन के मौके पर 19 अगस्त को बंदी भाई को राखी बांधने बहनें आएंगी। तो वहीं महिला बंदी से राखी बंधवाने उनके भाई भी आएंगे। इस मौके पर जेल में ही तैयार राखी का भी उपयोग ये बंदी कर सकेंगे। जेल प्रशासन का कहना है कि रक्षाबंधन पर हर बार की तरह बंदियों और परिजनों की मुलाकात और रक्षाबंधन मनाने का मौका दिया जाएगा। इस दिन जेल में बंदियों को विशेष भोजन भी परोसा जाएगा।

राखियों से बाघ संरक्षण का संदेश
दुनिया में बाघों के लिए प्रसिद्ध पेंच नेशनल पार्क और वन विभाग सिवनी के लिए 10 हजार बाघ राखियां बनवाई जा रही हैं। ये राखियां विशेष तौर पर डिज़ाइन की गई हैं। सिवनी जिला जेल और सुधार गृह के बच्चों के हाथ से ये राखी तैयार बनाई गई हैं। पेंच पार्क प्रबंधन का कहना है बाघ संरक्षण की इस अद्भुत पहल को वास्तविकता बनाने में वन विभाग और जिला जेल के बंदियों का भी समर्थन मिल रहा है, जो कि बहुत ही उत्साह की बात है।

इनका कहना है –
जिला जेल के बंदियों ने तरह-तरह की सुंदर राखियां तैयार की हैं। ये राखियां सेना के जवान, प्रशासन व अन्य विभाग के अलावा नागरिकों तक नि:शुल्क पहुंचाई जा रही हैं। बाघ वाली राखियां भी बंदियों ने बनाई गई हैं। इस तरह से बाघ संरक्षण की मुहिम में बंदी भी अपना समर्थन व सहयोग दे रहे हैं।
अजय सिंह वर्मा, उप अधीक्षक, जिला जेल सिवनी
——–
शासकीय सुधारालय के 86 किशोरों ने आठ दिन में 10 हजार राखी तैयार किया है। इसमें बाघ संरक्षण, तिरंगा और कई तरह की सुंदर राखियां बनी हैं। कोहका फाउंडेशन ने प्रशिक्षण दिया था, जिसके बाद किशोरों ने राखियां तैयार की हैं।
अभिजीत पचौरी अधीक्षक, शासकीय सुधारालय सिवनी

Hindi News / Seoni / जेल और सुधारालय में बनी राखियों से देशप्रेम, बाघ बचाने का संदेश

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.