पातालकोट एक्सप्रेस में पेन्ट्री कार नहीं है। ऐसे में ट्रेन में बैठे बुजुर्ग और महिलाएं परेशान होती हैं। उनका कहना है कि किसी सामान को लेने के लिए स्टेशन पर उतरना पड़ता है। ऐसे में ट्रेन छूटने का डर रहता है। ट्रेन के देरी से इसके अलावा इस समय ट्रेन का रनिंग स्टेटस भी पता नहीं चल पा रहा है। स्टे्रशन पर भी यात्रियों को सटीक जानकारी नहीं मिल पा रही है। ऐसे में आए दिन यात्री और उनके परिजन परेशान हो रहे हैं।
नागपुर-शहडोल एक्सप्रेस बुधवार को भी लगभग साढ़े तीन घंटे की देरी से दोपहर 3.25 बजे नागपुर से सिवनी पहुंची। ऐसे में यात्रियों को घंटों स्टेशन पर इंतजार करना पड़ा। उल्लेखनीय है कि यह ट्रेन मंगलवार को लगभग साढ़े सात घंटे की देरी से नागपुर से सिवनी पहुंची थी।