सिवनी. दुर्लभ प्रजाति के जीव-जंतुओं, बाघ-तेंदुए और बघीरा की उछलकूद से गुलजार, नैसर्गिक वनों के साथ प्राकृतिक गुफाओं की खूबसूरती के लिए ख्यातिप्राप्त पेंच नेशनल पार्क में पर्यटकों के लिए खास सुविधाएं मिलने जा रही हैं। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड ने इंडियन ग्रामीण सर्विसेज संस्था के साथ मिलकर पार्क के दो ग्रामों में होम स्टे का निर्माण कराया है, जो अगले माह से देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए खोले जाएंगे। जल्द ही पर्यटकों को होम स्टे में देसी व्यंजनों का स्वाद भी मिलने जा रहा है। खास बात यह है कि होम स्टे में पर्यटकों के लिए भोजन मिट्टी के बर्तनों में ही चूल्हे पर बनाया जाएगा, जो अपने आप में अनूठा प्रयोग है। उल्लेखनीय है कि पेंच नेशनल पार्क में पर्यटन गतिविधियों को लेकर टूरिज्म बोर्ड एक्टिविटी कर रहा है। साइकिल, बाइक सफारी और ट्रेकिंग के बाद अब यहां पर होम स्टे की सुविधा दी जा रही है। जिससे दूर-दराज से आने वाले पर्यटक पार्क के अंदर ग्रामीण जीवन का लुफ्त उठा सकेंगे।
बरेलीपार एवं कोहका में होम स्टे का निर्माण
टूरिज्म बोर्ड ने पेंच नेशनल पार्क के पर्यटन ग्राम बरेलीपार और कोहका में होम स्टे का निर्माण करवाया है। पहले चरण में बरेलीपार और कोहका में पांच-पांच होम स्टे शुरू किए जा रहे हैं। होम स्टे की सुविधा की शुरुआत के साथ देसी और विदेशी पर्यटकों के लिए पूरी तरह से इस अंचल की आदिवासी संस्कृति, परम्परा और खानपान और रहन-सहन से जुड़े तथ्यों को समझना और जानना आसान हो जाएगा। इन होम स्टे में पर्यटक रुकने के साथ सिवनी अंचल के स्थानीय व्यंजनों का भी स्वाद चख सकेंगे। पेंच नेशनल पार्क के भीतर पर्यटकों को घुमाने के लिए स्थानीय युवाओं को रोजगार भी दिया जा रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा गांव के युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा सके। पेंच पार्क प्रबंधन के साथ मिलकर मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड ने पर्यटकों के लिए ट्रेकिंग की सुविधा भी उपलब्ध करवाई है।
टूरिज्म बोर्ड ने पेंच नेशनल पार्क के पर्यटन ग्राम बरेलीपार और कोहका में होम स्टे का निर्माण करवाया है। पहले चरण में बरेलीपार और कोहका में पांच-पांच होम स्टे शुरू किए जा रहे हैं। होम स्टे की सुविधा की शुरुआत के साथ देसी और विदेशी पर्यटकों के लिए पूरी तरह से इस अंचल की आदिवासी संस्कृति, परम्परा और खानपान और रहन-सहन से जुड़े तथ्यों को समझना और जानना आसान हो जाएगा। इन होम स्टे में पर्यटक रुकने के साथ सिवनी अंचल के स्थानीय व्यंजनों का भी स्वाद चख सकेंगे। पेंच नेशनल पार्क के भीतर पर्यटकों को घुमाने के लिए स्थानीय युवाओं को रोजगार भी दिया जा रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा गांव के युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा सके। पेंच पार्क प्रबंधन के साथ मिलकर मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड ने पर्यटकों के लिए ट्रेकिंग की सुविधा भी उपलब्ध करवाई है।