प्रभारी मुख्य अभियंता के सौंपे गए जांच पर गौर करें तो सेवानिवृत हो चुके प्रभारी कार्यपालन यंत्री बेलवंशी पर आरोप है कि उन्होंने जल संसाधन विभाग संभाग क्रमांक-एक सिवनी में रहते हुए मध्यम हेड के फंड की बुकिंग माइनर योजनाओं में करके 20 लाख रुपए की वित्तीय अनियमितता की है। जिन पैसों का गबन आरोपी ने किया है, वह पैसे अरी, बोरी, बिजना, चीचबंध जैसी मध्यम योजनाओं के लिए आवंटित हुआ था। बताया जा रहा है कि कार्यपालन यंत्री को मद परिवर्तन करने का अधिकार नहीं है।
विभागीय आकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2022-23 के फरवरी व मार्च तथा वर्ष 2023-24 के अक्टूबर व नवंबर माह में सुधार कार्य के मद में प्रदाय राशि को सक्षम अधिकारी से अनुमति लिए बिना अपनी मनमर्जी से आरोपी ने मद परिवर्तन कर दिया। इसके बाद लघु योजना मद में राशि को फर्जी तरीके से खर्च कर दिया। आरोप है कि ऐसा कर बेलवंशी ने गंभीर वित्तीय अनियमिता कर शासन के 20 लाख रुपए का गबन किया है।
आरोपी प्रभारी कार्यपालन यंत्री बेलवंशी अब सेवानिवृत्त हो गए है। उनके खिलाफ 20 लाख रुपए के गबन की जांच लंबित है। नियमानुसार जांच पूर्ण होने तक पेंशन एवं अन्य स्वायतों के भुगतान नहीं किए जाने के लिए संयुक्त संचालक कोष एवं लेखा संभाग जबलपुर को मुख्य अभियंता कार्यालय से पत्र प्रेषित किया जाना था, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं किया गया है। जांच की प्रक्रिया चार माह से चल रही है।
उधर प्रभारी कार्यपालन यंत्री एनके बेलवंशी अपना मोबाइल नंबर 6263324465 स्वीच ऑफ कर गबन (भ्रष्टाचार) की जांच पूर्ण हो इसके पूर्व जल्द से जल्द पेंशन एवं अन्य स्वायतों के भुगतान कराने जोर लगा रहे हैं। मुख्य अभियंता कार्यालय में तैनात एक कर्मचारी ने इसकी पुष्टि की है। उसकी माने तो आरोपी जुगाड़ लगाकर संयुक्त संचालक कोष एवं लेखा संभाग जबलपुर में पेंशन का कार्य कराने में जुटा है। जांच में भी वह सहयोग नहीं कर रहे।
प्रभारी कार्यपालन यंत्री एनके बेलवंशी के खिलाफ जांच बैठाई गई है। जांच की प्रक्रिया अभी जारी है। संयुक्त संचालक कोष एवं लेखा संभाग जबलपुर को पेंशन व अन्य स्वायतों का भुगतान रोकने के लिए कोई पत्राचार नहीं किया गया है।
– एके डेहरिया, प्रभारी मुख्य अभियंता वैनगंगा कछार जल संसाधन विभाग सिवनी