scriptदुकान की कीमत पर ही मेले में मिल रही पुस्तकें | Patrika News
सिवनी

दुकान की कीमत पर ही मेले में मिल रही पुस्तकें

– अभिभावक-शिक्षकों ने की आधा दर्जन से ज्यादा लिखित शिकायत
– प्रशासन व शिक्षा विभाग ने लगाया तीन दिवसीय पुस्तक व गणवेश मेला

सिवनीMay 17, 2024 / 06:13 pm

sunil vanderwar

पुस्तक मेला में किताब-स्टेशनरी लेते लोग।

पुस्तक मेला में किताब-स्टेशनरी लेते लोग।

सिवनी. मुख्यालय के शासकीय उर्दू उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में तीन दिवसीय जिला स्तरीय पुस्तक व गणवेश मेला लगा है। गुरुवार को पुस्तक मेले का दूसरा दिन रहा। मेले में पहुंच रहे अभिभावक व शिक्षक पुस्तकों की कीमत पर छूट नहीं मिलने से नाराज हैं। जिससे अब तक आधा दर्जन से ज्यादा लिखित शिकायतें पुस्तक मेला के शिकायत प्रकोष्ठ काउंटर पर दर्ज हो चुकी हैं।
तीन दिवसीय पुस्तक मेला में १० दुकानदार पहुंचे हैं। प्रत्येक दुकानदार एक-एक कक्ष में स्टाल लगाकर किताब व स्टेशनरी रखकर विक्रय कर रहे हैं। इन स्टाल पर पहुंचकर अभिभावक व शिक्षक जरूरत व पसंद के मुताबिक सामग्री खरीद रहे हैं। लेकिन खरीदी पर प्रत्येक सामग्री की कीमत में छूट नहीं मिल रही है। कुछ सामग्री उन्हें सामग्री पर अंकित मूल्य में ही उपलब्ध कराई जा रही है।

प्राइवेट स्कूलों के पुस्तक सेट पर कोई छूट नहीं-


पुस्तक मेला में दुकानदारों के पास प्राइवेट स्कूलों की निर्धारित पुस्तकों के सेट बने हुए हैं। अभिभावक जब इन सेट को खरीदने पहुंच रहे हैं, तो उनको दुकानदार प्रिंट रेट पर ही बेच रहे हैं। इसमें कोई छूट नहीं दी जा रही है। इस तरह से पुस्तक मेले में अभिभावकों को कीमत में छूट की बात कहकर ठगा जा रहा है। अहम बात है कि जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारी यही प्रचारित-प्रसारित कर रहे हैं कि पुस्तक मेला में डिस्काउंट के साथ सामग्री उपलब्ध हो रही है। लेकिन हकीकत में ऐसा सभी सामग्री में नहीं हो रहा है।

आधा दर्जन से ज्यादा लिखित शिकायत-


पुस्तक मेला में आ रहे कई लोग यहां पुस्तकों की मनमानी कीमत से बेहद नाराज हैं। लोगों का कहना है कि जब पुस्तक पर अंकित कीमत में ही खरीदी करना है, तो फिर इस पुस्तक मेले का क्या औचित्य है। बाजार से ही क्यों नहीं खरीदी कर लें। वहीं शिकायत प्रकोष्ठ को लोगों ने पुस्तक मेला के दूसरे दिन सात लोगों ने लिखित शिकायत की हैं। जिसमें प्राइवेट स्कूल की किताबें अधिक कीमत पर मिलने। जरूरत के मुताबिक कक्षा की किताब उपलब्ध न होने, अधिक कीमत पर सामग्री बेचा जाना मुख्य है।

सभी स्कूलों की उपलब्ध नहीं गणवेश-


गणवेश विक्रय के लिए एक काउंटर लगाया गया है। जहां विक्रेता के पास कुछ ही स्कूलों की गणवेश उपलब्ध हैं। अभिभावक यहां पहुंचकर जब शहर के कुछ नामी स्कूलों की गणवेश की मांग कर रहे हैं, तो वह भी यहां उपलब्ध नहीं है, कहा जा रहा है। अभिभावकों ने कहा कि गणवेश विक्रेता दुकानों पर भी मनमानी कीमत वसूलते हैं। इस पर भी प्रशासन को ध्यान देना चाहिए।
इनका कहना है –
पुस्तक मेला में कुछ लिखित शिकायतें मिली हैं। जिनको संकलित कर कलेक्टर कार्यालय में प्रस्तुत किया जाएगा। कुछ शिकायतों का मौके पर ही समाधान किया जा रहा है।
विपनेश जैन, एडीपीसी शिक्षा विभाग सिवनी

Hindi News/ Seoni / दुकान की कीमत पर ही मेले में मिल रही पुस्तकें

ट्रेंडिंग वीडियो