ऑल इंडिया परमिट के नाम पर मनमाना किराया
परिवहन विभाग से बस संचालक दो प्रकार से परमिट जारी करवाते हैं। इसमें ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट तथा लोकल रूट परमिट शामिल है। ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट पर किराया निर्धारण नहीं होता है जिसके चलते बस संचालक मनमाना किराया वसूलते हैं। हालांकि लोकल परमिट पर संचालित होने वाली बसों में भी मनमाना किराया वसूला जाता है। इसे लेकर परिवहन विभाग कभी कभार कार्रवाई करता है। ऑनलाइन माध्यम से जब लोग बुकिंग कराने जा रहे हैं तो उनके होश उड़ जा रहे हैं। जिस पर परिवहन विभाग का कोई नियंत्रण नहीं है। मानों बस संचालकों को अवैध वसूली की खुली छूट दे दी गई है। वहीं परिवहन विभाग शहर के ट्रेवल्स कार्यालय में भी जांच करने नहीं पहुंचता है।
परिवहन विभाग से बस संचालक दो प्रकार से परमिट जारी करवाते हैं। इसमें ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट तथा लोकल रूट परमिट शामिल है। ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट पर किराया निर्धारण नहीं होता है जिसके चलते बस संचालक मनमाना किराया वसूलते हैं। हालांकि लोकल परमिट पर संचालित होने वाली बसों में भी मनमाना किराया वसूला जाता है। इसे लेकर परिवहन विभाग कभी कभार कार्रवाई करता है। ऑनलाइन माध्यम से जब लोग बुकिंग कराने जा रहे हैं तो उनके होश उड़ जा रहे हैं। जिस पर परिवहन विभाग का कोई नियंत्रण नहीं है। मानों बस संचालकों को अवैध वसूली की खुली छूट दे दी गई है। वहीं परिवहन विभाग शहर के ट्रेवल्स कार्यालय में भी जांच करने नहीं पहुंचता है।
1500 से 2000 तक किराया
वर्तमान में अगर आप सिवनी से भोपाल या फिर इंदौर के लिए 1 से 5 नवंबर के बीच बस यात्रा के लिए बुक करते हैं तो सूत्र सेवा में ही किराया सामान्य है। जबकि अधिकतर ट्रेवल्स 1200 से 1800 रुपए किराया ले रही हैं। वहीं इंदौर या भोपाल से 25 अक्टूबर के बाद आप सिवनी आना चाहते हैं तो भी 1500 से 2000 रुपए किराया लग रहा है।
वर्तमान में अगर आप सिवनी से भोपाल या फिर इंदौर के लिए 1 से 5 नवंबर के बीच बस यात्रा के लिए बुक करते हैं तो सूत्र सेवा में ही किराया सामान्य है। जबकि अधिकतर ट्रेवल्स 1200 से 1800 रुपए किराया ले रही हैं। वहीं इंदौर या भोपाल से 25 अक्टूबर के बाद आप सिवनी आना चाहते हैं तो भी 1500 से 2000 रुपए किराया लग रहा है।
वर्तमान में किराया
वर्तमान में सिवनी से इंदौर जाने का बस का किराया 500 से 850 रुपए तक है। जबकि 2 नवंबर के बाद किराया 1200 से 1800 तक लिया जा रहा है। वहीं इंदौर से सिवनी आने के लिए इस समय बस का किराया 500 से 1400 रुपए तक लिया जा रहा है। वहीं दीवावली के आसपास इंदौर से सिवनी आने के लिए किराया 2000 रुपए तक है। वहीं सिवनी से भोपाल की बात करें तोा वर्तमान में किराया 500 रुपए से लेकर 750 रुपए तक है। जबकि दीपावली के आसपास किराया दो हजार रुपए तक निर्धारित कर दिया गया है।
वर्तमान में सिवनी से इंदौर जाने का बस का किराया 500 से 850 रुपए तक है। जबकि 2 नवंबर के बाद किराया 1200 से 1800 तक लिया जा रहा है। वहीं इंदौर से सिवनी आने के लिए इस समय बस का किराया 500 से 1400 रुपए तक लिया जा रहा है। वहीं दीवावली के आसपास इंदौर से सिवनी आने के लिए किराया 2000 रुपए तक है। वहीं सिवनी से भोपाल की बात करें तोा वर्तमान में किराया 500 रुपए से लेकर 750 रुपए तक है। जबकि दीपावली के आसपास किराया दो हजार रुपए तक निर्धारित कर दिया गया है।
वर्मा ट्रेवल्स-दोपहर-03.15 बजे
शहर के बस स्टैंड के सामने नेशनल ट्रेवल्स कार्यालय में पत्रिका टीम ने पड़ताल की तो वहां बैठे कर्मचारी ने कम्प्यूटर से दो नवंबर का सिवनी से इंदौर तक का किराया दो हजार रुपए तक बताया। उनका कहना था कि यह हम निर्धारित करते बल्कि बस संचालक ही करते हैं। उन्होंने बताया कि अगर आप 1 नवंबर से पहले सिवनी से इंदौर तक टिकट बुक कराते हो तो साधारण किराया ही लगेगा। इसमें 500 रुपए नॉन एसी ऊपर का और नीचे का 550 रुपए लगेगा। एसी में 25 रुपए किराया बढ़ जाता है। हालांकि अगर आप 1 नवंबर के बाद इंदौर से सिवनी या फिर भोपाल से सिवनी के लिए टिकट बुक कराते हैं तो 1500 से दो हजार रुपए लगेंगे।
शहर के बस स्टैंड के सामने नेशनल ट्रेवल्स कार्यालय में पत्रिका टीम ने पड़ताल की तो वहां बैठे कर्मचारी ने कम्प्यूटर से दो नवंबर का सिवनी से इंदौर तक का किराया दो हजार रुपए तक बताया। उनका कहना था कि यह हम निर्धारित करते बल्कि बस संचालक ही करते हैं। उन्होंने बताया कि अगर आप 1 नवंबर से पहले सिवनी से इंदौर तक टिकट बुक कराते हो तो साधारण किराया ही लगेगा। इसमें 500 रुपए नॉन एसी ऊपर का और नीचे का 550 रुपए लगेगा। एसी में 25 रुपए किराया बढ़ जाता है। हालांकि अगर आप 1 नवंबर के बाद इंदौर से सिवनी या फिर भोपाल से सिवनी के लिए टिकट बुक कराते हैं तो 1500 से दो हजार रुपए लगेंगे।
कटारे ट्रेवल्स- शाम 4.25 बजे
बस स्टैंड के ही सामने कटारे ट्रेवल्स में भी वही स्थिति मिली। दीपावली के बाद सिवनी से इंदौर, भोपाल तक दो व तीन नवंबर की बस की टिकट 1200 से 2000 रुपए तक होने की बात कही गई। जब कर्मचारी से पूछा गया कि यह तो गलत है। अगर किराया पहले से तय है तो त्योहार पर अधिक क्यों लिया जा रहा है तो उसने भी यही कहा कि यह ऊपर से ही निर्धारित होता है और वे कुछ नहीं कर सकते। वे कर्मचारी हैं और जो नियम बनता है उसी के अनुसार काम करते हैं। कर्मचारी का कहना था कि त्योहार के बाद काफी लोग अपने कार्यस्थल पर जाते हैं। इससे किराया महंगा हो जाता है। यात्री को तो अपने कार्यस्थल जाना ही है तो वह किसी भी कीमत में जाना चाहते हैं।
बस स्टैंड के ही सामने कटारे ट्रेवल्स में भी वही स्थिति मिली। दीपावली के बाद सिवनी से इंदौर, भोपाल तक दो व तीन नवंबर की बस की टिकट 1200 से 2000 रुपए तक होने की बात कही गई। जब कर्मचारी से पूछा गया कि यह तो गलत है। अगर किराया पहले से तय है तो त्योहार पर अधिक क्यों लिया जा रहा है तो उसने भी यही कहा कि यह ऊपर से ही निर्धारित होता है और वे कुछ नहीं कर सकते। वे कर्मचारी हैं और जो नियम बनता है उसी के अनुसार काम करते हैं। कर्मचारी का कहना था कि त्योहार के बाद काफी लोग अपने कार्यस्थल पर जाते हैं। इससे किराया महंगा हो जाता है। यात्री को तो अपने कार्यस्थल जाना ही है तो वह किसी भी कीमत में जाना चाहते हैं।
इनका कहना है…
समय-समय पर बसों की जांच का अभियान चलाया जाता है। अगर कोई ज्यादा किराया वसूलने की शिकायत करता है तो कार्रवाई की जाएगी। जल्द ही बसों की जांच के लिए टीम निकलेगी और कहीं भी कमी पाई जाती है तो वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
देवेश बाथम, एआरटीओ, सिवनी
समय-समय पर बसों की जांच का अभियान चलाया जाता है। अगर कोई ज्यादा किराया वसूलने की शिकायत करता है तो कार्रवाई की जाएगी। जल्द ही बसों की जांच के लिए टीम निकलेगी और कहीं भी कमी पाई जाती है तो वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
देवेश बाथम, एआरटीओ, सिवनी