रतलाम मंडल के रेलवे डीआरएम आरएन सोनकर ने उज्जैन से लेकर सीहोर तक का निरीक्षण किया। वह पैसेंजर ट्रेन में विंडों ट्रेवलिंग करते हुए सीहोर रेलवे स्टेशन पर रुके। इस दौरान डीआरएम रेलवे स्टेशन पर गंदगी देख स्टेशन मास्टर एसएस भाटिया पर भड़क गए। उन्होंने लताड़ लगाते हुए कहा कि रतलाम मंडल का सबसे गंदा स्टेशन लग रहा है। यहां साफ सफाई को लेकर ध्यान क्यों नहीं दिया जा रहा है।
उन्होंने साथ आए अधिकारियों से जल्द स्टेशन को साफ सुथरा करने को लेकर निर्देश दिए। पूरे स्टेशन पर जगह-जगह कचरा दिखने को लेकर मंडल स्तर पर व्यवस्थाएं सुधरवाने के निर्देश दिए गए। डीआरएम ने कहा कि यह पहली गलती है। अगले निरीक्षण में अव्यवस्थाएं मिली तो किसी को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसी जगह ट्रांसफर करूंगा वही रिटायर हो जाओंगे किसी को पता भी नहीं चलेगा।
डीआरएम आरएन सोनकर, डीसीएम विपुल सिंहल और डीएम वैभव सकलेजा ने प्लेटफर्म दो पर स्थित रैक पाइंट का निरीक्षण किया। जहां कच्चे रैक पाइंट को सुधारने के निर्देश दिए गए। बरसात में माल भरने पर गिला होने से रोकने व्यवस्थाएं करने की बात अधिकारियों ने कही। वही जगह कम होने पर पचामा स्टेशन के आसपास रैक पाइंट को शिफ्ट करने को लेकर पचामा स्टेशन पर जाकर संभावनाएं तलाशी। उन्होंने कहा सब कुछ ठीक रहा तो पचामा स्टेशन पर रैक पांइट शिफ्ट होगा।
ब्रिज निर्माण के कारण लोगों को हो रही परेशानियों को लेकर रतलाम मंडल के अधिकरियों ने मंडी रेलवे फाटक पर चल रहे ब्रिज निर्माण का भी निरीक्षण किया। इस दौरान इंजीनियरों से निर्माण को लेकर स्थिति जानी। उन्होंने तेज गति से हो रहे निर्माण से संतुष्टि जाहिर की, वही निर्देशित किया की अगस्त से पहले निर्माण पूर्ण हो जाता है, तो आम लोगों को 15 अगस्त तक लोगों को सुविधा दी जा सकती है।
प्लेटफार्म और रैक पाइंट का निरीक्षण करने के बाद डीआएम ने स्टेशन के भवन की स्थिति को भी देखा। कई जगह से जर्जर स्थिति को देख नई बिल्डिंग बनाए जाने की बात कही। वही कहा कि मैहर स्टेशन की तरह यहां भी उसी तरह का भवन बनाया जा सकता है। इसको लेकर उच्च स्तर पर अधिकारियों से चर्चा कर प्लान पर कार्रवाई करने के संबंध में कहा।