हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के अंतरिक्ष विज्ञानी एवी लोएब के अनुसार पत्थर को एक एलियन मशीन खींच रही है। जो एक मिलीमीटर से भी पतली है। वहीं उन्हें यह भी लगता है कि सौर विकिरण यानी सोलर रेडिएशन के चलते भी खिंच सकता है। हालांकि इसमें एलियन टेक्नोेलॉजी की संभावना ज्यादा दिखाई दे रही है। वैज्ञानिकों ने रहस्यमयी तरीके से हमारे सौरमंडल में आने वाले इस मेहमान को ओउमुआमुआ (Oumuamua) नाम दिया है। शुरुआती दौर में शोधकर्ताओं को लगा कि यह एक एस्टेरॉयड है, लेकिन नए संकेतों से पता चला कि यह एलियन टेक्नोलॉजी है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि सिगार के आकार का यह पत्थर धीरे-धीरे खिसक रहा है। ऐसा लग रहा है जैसे इसे कोई धक्का दे रहा हो। हैरानी वाली बात यह है कि साल 2018 से ये स्थिर था मगर कुछ समय से ये अपनी दिशा बदल रहा है। कुछ रिर्सचरों ने दावा किया था कि इसके चारों तरफ सॉलिड हाइड्रोजन का ब्लास्ट हो रहे हैं। यही वजह है कि ये लगातार अपनी गति और दिशा बदल रहा है। हालांकि बाद में द एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स में एवी लोएब और थियेम होआंग ने हाइड्रोजन ब्लास्ट की थ्योरी को खारिज कर दिया। उनका मानना है कि ये काम एलियंस का हो सकता है। वे हमारे सौरमंडल में आ सकते हैं।
शिकागो यूनिवर्सिटी के अंतरिक्ष विज्ञानी डैरिल सेलिगमैन कहते हैं कि ओउमुआमुआ आया तो था एस्टेरॉयड की तरह लेकिन इसके पीछे कोई पूंछ नहीं है। इसलिए इसे सौरमंडल के बाहर से आए मेहमान के तौर पर देखा जा सकता है। ओउमुआमुआ (Oumuamua) का आकार 1300 से 2600 फीट लंबा है। यह बेहद धीमे रॉकेट इंजन की तरह हमारे सौर मंडल में घूम रहा है।