प्लूटो पर अत्याधिक ठंड होने के बावजूद भी क्यों नहीं जमते उसके समुद्र, वैज्ञानिकों ने किया खुलासा
नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने इस बात का पता लगाया कि प्लूटो की बाहरी सतह के कारण उसके समुद्र के बर्फीले वातावरण में भी नहीं जामते हैं। इसके बारे में जापान की एक यूनिवर्सिटी ने कंप्यूटर सिमुलेशन की मदद से चार अरब साल पहले तक का डाटा लिया।
बता दें कि कुछ वर्षों पहले नासा ने अंतरिक्ष में अपना यान भेजा था जो प्लूटो के करीब से होकर गुजरा। इस यान ने प्लूटो की कई तरह की फोटो को केप्चर किया। इन फोटो की मदद से प्लूटो की सतह के बारे में अनोखी जानकारी हाथ लगी। इसके साथ ही ग्रह की भूमध्य रेखा के पास स्थित स्पुतनिक प्लैनेटा नामक एक सफेद रंग के दीर्घवृत्त बेसिन के बारे में भी पता चला।
वैज्ञानिकों के अनुसार- प्लूटो की परत का अध्ययन करने पर इस बात का पता चला कि बर्फ के नीचे एक और सतह मौजूद है। साथ ही इसके नीचे महासागर भी हो सकता है। वहीं जापान की टोकुशिमा यूनिवर्सिटी और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में इस बात पर अध्ययन किया कि आखिर क्या ऐसी चीज है जो प्लूटो के समुद्र समुद्र की सतह को गर्म रखती है।
अध्ययन में पाया कि बर्फीली सतह के नीचे हाइड्रेट्स गैस की एक परत मौजूद है। इस गैस की वजह से पानी की ऊपरी सतह क्रिस्टल जैसी दिखने लगती है। देखने में ऐसा लगता है, जैसे बर्फ जमी हो। लेकिन यह उसके भीतरी भाग को जमने नहीं देती है।रिपोर्ट के अनुसार- इसी तरह की गैस की परतें अन्य बड़े और बर्फीले खगोलीय पिंडों में भी लंबे समय तक उप-महासागरों को बनाए रख सकती हैं।