नई दिल्ली। सूर्य की तपिश के चलते इसके पास जाना खतरे से खाली नहीं है। इसी वजह से वैज्ञानिक (scientists) भी इस पर कम रिसर्च कर पाए हैं। मगर हाल ही में अमेरिकी द्वीप पर दुनिया की सबसे बड़ी टेलिस्कोप ने सूरज की सतह की अनोखी तस्वीरें कैद की है। जिसमें इसकी बाहरी परत बिल्कुल मधुमक्खी के छत्ते (bees hive) जैसी नजर आ रही है। इतना ही नहीं ये सोने की तरह काफी चमकदार भी है।
3000 साल पुरानी ममी से आ रही थी गाने की आवाज, वैज्ञानिकों ने की रिकॉर्डिंग डेनियल के इनोय की ओर से संचालित इस टेलिस्कोप ने तस्वीरों के साथ एक वीडियो भी बनाया है। जिसमें देखा गया कि सूर्य की सतह हर 14 सेकेंड में फैलती और सिकुड़ती हैं। मधुमक्खी के छत्ते जैसी ये परत कोशिकाओं को मिलाकर बनी हैं। ये टेक्सास प्रांत के आकार की हैं। जब ये सेल्स सिकुड़ते और फैलते हैं तब इनके केंद्र से गर्मी निकलती हैै।
टेलिस्कोप (telescope) के जरिए सूर्य की इतने पास से तस्वीरें पहली बार ली गई हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक सूर्य के बाहरी वायुमंडल का विस्तार पृथ्वी पर जीवन को प्रभावित करते हैं। शोधकर्ता प्रोफेसर जेफ कुन ने बताया कि गैलीलियो के समय से सूर्य का अध्ययन किया जा रहा है। मगर इन ताजा तस्वीरों ने इसे नई ऊंचाईयों पर पहुंचाया है। ये तस्वीरें कोरोना में चुंबकीय क्षेत्रों को मैप करने में भी मदद करेंगी। टेलिस्कोप के निदेशक थॉमस रिम्मेले ने कहा ये अब तक की सबसे हाई रिजोल्यूशन तस्वीरें हैं, जो बताती हैं कि सूर्य की सतह उजाड़ और खतरनाक हैं।
सूर्य की तस्वीर लेने वाला ये टेलीस्कोप हवाई द्वीप माउई पर स्थित है। अगले कुछ महीनों में इसमें कुछ और उपकरण जोड़े जाएंगे जिससे टेलिस्कोप की क्षमता बढ़ जाएगी। वैज्ञानिकों ने बताया कि टेलिस्कोप के जरिए 10 मिनट का एक वीडियो भी बनाया गया है। इसमें पता चला कि हर 14 सेकेंड में सूर्य की सतह पर एक टर्बुलेंस यानि भीषण उथल-पुथल होती है। ये वीडियो करीब 20 करोड़ वर्ग किलोमीटर का क्षेत्रफल कवर करता है।