नई दिल्ली। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) अक्सर नए खोज और प्रयोग के लिए जाना जाता है। हाल ही में उसके केप्लर सैटेलाइट ने पृथ्वी (Earth) से डेढ़ गुणा बड़े आकार का एक नया ग्रह खोजा है। जिसे ‘केआइसी-7340288 बी’ नाम दिया गया है। इस बात की जानकारी एस्ट्रोनॉमिकल जर्नल में प्रकाशित शोध में दी गई है।
आसमान में मिला नया चांद, वैज्ञानिकों ने दिया ‘मिनीमून’ नाम बताया जाता है कि नए ग्रह का स्वरूप पथरीला है। यह ग्रह सितारों के एक हैबिटैट जोन (रहने योग्य संभावित क्षेत्र) में स्थित है। इसकी दूरी पृथ्वी से एक हजार प्रकाश वर्ष है। वैज्ञानिकों को यहां पानी भी मिला है, इसलिए ग्रह पर जीवन होने की संभावनाएं दिखाई दे रही हैं। क्योंकि ज्यादातर ग्रहों में गैस का गुबार होने के चलते वहां रहना संभव नहीं होता है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की केप्लर सैटेलाइट ने चार साल के अपने मिशन में अब तक करीब 17 नए ग्रहों की खोज की है। वैज्ञानिकों के अनुसार ‘केआइसी-7340288 बी’ देखने में काफी कुछ पृथ्वी की तरह है। इसका समतल भी उबड़ खाबड़ है। अगर यह ग्रह और बड़ा होता तो इसके सौरमंडल के विशालकाय गैसीय ग्रहों जैसा होने की आशंका होती।