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समारोह का आयोजन विज्ञान व प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार के लिए किया गया। मोदी ने कहा, “भारतीय वैज्ञानिकों ने हमेशा मानवता के विकास की दिशा में योगदान दिया है। विज्ञान, प्रौद्योगिकी और रिसर्च से जुड़े संस्थानों को समाज के भविष्य को देखते हुए खुद को ढालने की आवश्यकता होती है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में बनी दवाइयों को 200 से ज्यादा देशों में भेजा जाता है और फार्मा व जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्रों को आगे बढ़ाने की जरूरत है।