इसरो द्वारा यह उपग्रह 24 जनवरी को भारतीय पीएसएलवी (पोलर सैटेलाइट लांच व्हिकल) के जरिए कलामसत नामक कक्षा में पहुंचाया जाएगा। यह उपग्रह पेलोड छात्रों और स्पेसकिड्ज इंडिया ने मिलकर तैयार किया है।
एक तरफ जहां (इसरो) लगातार भारतीय विश्वविद्यालयों और शिक्षा संस्थानों के द्वारा बनाए जा रहे उपग्रहों को अंतरिक्ष में स्थापित कर रहा था, वहीं आईआईएसटी द्वारा एक भी उपग्रह न बनाए जाने से लोग हैरान थे जिसके बाद भारतीय अंतरिक्ष विभाग के अंतर्गत आने वाली स्वायत्त संस्था आईआईएसटी ने इस उपग्रह को कैलिफोर्निया के साथ मिलकर बनाया है। आईआईएसटी को साल 2007 में विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ था। छात्रों द्वारा बनाया गया यह उपग्रह स्पेस टेलिस्कोप के लिए टेस्ट बेड होगा और इसे (आरेस्ट) ऑटोनॉमस असेंबली ऑफ ए रिकंफिबरेबल स्पेस टेलिस्कोप के नाम से जाना जाएगा।