क्या है रोशनी की वजह?
दरअसल, हमारे शरीर की कोशिकाओं (Cell) की क्रिया से ऊर्जा निकलती है जो लाइफ के फॉर्म में दिखती है। इसी उर्जा से रोशनी निकलती है। ये रोशनी विजिबल नहीं होती, बल्कि इंफ्रारेड रेडिएशन (infrared radiation) की तरह होती है। इसे देखने के लिए जापान की क्योटो यूनिवर्सिटी (kyoto university japan) के वैज्ञानिकों ने खास तरह के कैमरा बनाया है।
शोध में पता चला है कि शाम के 4 बजते तक रोशनी सबसे तेज हो जाती है, जबकि सुबह 10 बजे शरीर की चमक सबसे कम होती है। बताया जा रहा है कि हमारे बॉडी क्लॉक की वजह से रोशनी तेज और धीमी होती है। जैसे-जैसे शरीर का मेटाबॉलिक सिस्टम काम करना तेज करता है, ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता था और रोशनी तेज होती जाती है।
चेहरे पे होती है सबसे ज्यादा चमक
शोध में पता चला है कि इरे शरीर में चेहरा सबसे ज्यादा ग्लो करता है जबकि बाकी हिस्सों से कम रोशनी निकलती है। शोध में शामिल क्योटो यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक हितोशी आकामुरा के मुताबिक शरीर से निकलने वाली हल्की रोशनी हमारे मेटाबॉलिज्म (चयापचय) की प्रक्रिया पर निर्भर करती है। जैसे कि अगर हमारा पाचन तंत्र कमजोर है तो कम ऊर्जा पैदा होगी, जिससे रोशनी भी कम होगी।
कई बीमारीयों का इलाज संभव