बता दें कि हाल ही में व्हिसल ब्लोअर ने फेसबुक को हेट स्पीच और फेक न्यूज को रोकने में पूरी तरह से नाकाम बताया था। उन्होंने दावा किया था कि प्लेटफॉर्म पर हिंसा फैलाने वाले पोस्ट को प्रमोट किया जाता है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि भारत में प्लेटफॉर्म पर एंटी मुस्लिम कटेंट को काफी बढ़ावा मिलता है। इसके बाद केंद्र सरकार इस संबंध में सख्त नजर आ रही है और फेसबुक को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है।
फेसबुक पर इस तरह के मामलों के लेकर केंद्र के इस कदम को काफी अहम माना जा रहा है। हाल ही में इंटरनल डॉक्यूमेंट से मालूम चला है कि भारत गलत सूचनाओं और हेट स्पीच को लेकर कई मोर्चों पर संघर्ष कर रहा है। इससे भारत में बड़े पैमाने पर हिंसा भी फैली है। वहीं हेट स्पीड और गलत सूचनाओं को फैलाने में सोशल मीडिया का अहम रोल है। बता दें कि भारत में फेसबुक का बड़ा मार्केट है, यहां करीब 40 करोड़ से ज्यादा यूजर्स प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं।