विशेषज्ञों (expert ) का कहना है कि गर्भाशय के निकालने से हार्मोन के असंतुलन से संबंधित परेशानी शुरू हो जाती है। इतना ही नहीं, कई महिलाएं डिप्रेशन का शिकार हो जाती हैं। गर्भाशय को निकालने के कई साइडइफे्क्ट होने लगते हैं। कम उम्र की महिलाएं बिना किसी वजह से यूट्रस को निकलवा देती हैं जो आगे चलकर उनकी सेहत के लिए सही नहीं होता है। इससे गर्भाशय में संक्रमण पेल्विक सूजन, PID और गर्भाशय में कैंसर होने का खतरा ज्यादा रहता है।
-मासिक चक्र को सुचारु रूप से चलाने और हार्मोन संतुलन को बनाए रखता है।
-यह निषेचन के बाद बने भ्रूण को आश्रय प्रदान करता है।
-इसका कार्य भ्रूण को पोषण प्रदान करना होता है।
-यह भ्रूण को सुरक्षा प्रदान करता है।
-भ्रूण विकास में सहायता करता है।
-z ygote प्रत्यारोपण में अपनी अहम भूमिका निभाता है।