scriptशिफ्टिंग: रणथम्भौर से रामगढ़ भेजी जा सकती है बाघिन | Tigress Can Be Sent From Ranthambore National Park To Ramgarh Vishdhari Tiger Reserve Bundi | Patrika News
सवाई माधोपुर

शिफ्टिंग: रणथम्भौर से रामगढ़ भेजी जा सकती है बाघिन

रणथम्भौर में जल्द एक बार फिर से बाघिन शिफ्टिंग की प्रक्रिया फिर से शुरू की जा सकती है। जानकारी के अनुसार इस बार बाघिन को रणथम्भौर से बूंदी के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में शिफ्ट किया जा सकता है।

सवाई माधोपुरNov 02, 2023 / 03:24 pm

Nupur Sharma

15_cubs_born_in_nine_months_in_rajasthan.jpg

Ranthambore National Park: रणथम्भौर में जल्द एक बार फिर से बाघिन शिफ्टिंग की प्रक्रिया फिर से शुरू की जा सकती है। जानकारी के अनुसार इस बार बाघिन को रणथम्भौर से बूंदी के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में शिफ्ट किया जा सकता है। हालांकि अभी तक वन विभाग की ओर से इस संबंध में पुष्टि नहीं की जा रही है, लेकिन सूत्रों की मानें तो रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में इस दिशा में तैयारी शुरू कर दी गई है। यदि सब कुछ ठीक रहा तो दीपावली के बाद एक बाघिन को रणथम्भौर से रामगढ़ शिफ्ट किया जा सकता है।

यह भी पढ़ें

फेस्टिव सीजन 2023: दिवाली से पहले बन रहे हैं ये शुभ योग, नई गाड़ी और प्रॉपर्टी खरीदने का सबसे अच्छा समय



एक हैक्टेयर के एनक्लोजर में किया जाएगा बाघिन को रिलीज : वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में बाघिन के लिए अब कोई नया एनक्लोजर नहीं बनाया जाएगा। बल्कि बाघिन को बजाल्या में पहले से तैयार एक हैक्टेयर के एनक्लोजर में ही रिलीज किया जाएगा। इसके लिए वन्यजीव विभाग की ओर से पूर्व में ही अनुमति जारी की जा चुकी है।

प्रेबेस बढ़ाने में जुटा विभाग: वन विभाग की ओर से बाघिन लाने से पूर्व टाइगर रिजर्व में प्रेबेस बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है। इसी क्रम में पूर्व में वन विभाग की ओर से दो बार में बजाल्या के एनक्लोजर में 44 चीतलों को छोड़ा गया था। अब विभाग की ओर से चीतलों को एनक्लोजर से रिलीज कर दिया गया है। ऐसे में अब जल्द ही विभाग की ओर से टाइगर रिजर्व में और चीतल मंगाने की तैयारी की जा रही है। इन चीतलों को भी पहले एनक्लोजर में रखा जाएगा।

रामगढ़ में अभी छह बाघ-बाघिन: वर्तमान में रामगढ़ में छह बाघ-बाघिन व शावक है। इनमें एक बाघ, दो बाघिन और तीन शावक शामिल है। शावकों की उम्र भी करीब चार माह की हो गई है। हालांकि एक साल होने तक आम तौर पर शावक मां के साथ ही रहते है और फिर मां से अलग होकर अपनी टेरेटरी बनाते हैं।

यह भी पढ़ें

10 साल में 100 से अधिक शिकार, नहीं बनी एंटी पाोचिंग टीम, आखिर कैसे लगे लगाम

इनका कहना है…रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में रणथम्भौर से एक और बाघिन लाई जानी है। इसकी अनुमति पूर्व में ही मिल चुकी है और संभवतया: दीपावली के बाद शिफ्टिंग की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। – संजीव शर्मा, उपवन संरक्षक, रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व, बूंदी।

Hindi News / Sawai Madhopur / शिफ्टिंग: रणथम्भौर से रामगढ़ भेजी जा सकती है बाघिन

ट्रेंडिंग वीडियो