scriptराजस्थान चुनाव: सवाईमाधोपुर जिले की तस्वीर साफ, 2 विधानसभाओं में त्रिकोणीय तो 2 में होगा सीधा मुकाबला | Patrika News
सवाई माधोपुर

राजस्थान चुनाव: सवाईमाधोपुर जिले की तस्वीर साफ, 2 विधानसभाओं में त्रिकोणीय तो 2 में होगा सीधा मुकाबला

Rajasthan Assembly Election 2023 : सवाईमाधोपुर जिले की चारों विधानसभा सवाईमाधोपुर, खण्डार, गंगापुरसिटी एवं बामनवास में गुरुवार को नामांकन वापसी के बाद अब चुनाव की तस्वीर साफ हो गई है।

सवाई माधोपुरNov 10, 2023 / 11:49 am

Nupur Sharma

sawai_madhopur_election.jpg

Rajasthan Assembly Election 2023 : सवाईमाधोपुर जिले की चारों विधानसभा सवाईमाधोपुर, खण्डार, गंगापुरसिटी एवं बामनवास में गुरुवार को नामांकन वापसी के बाद अब चुनाव की तस्वीर साफ हो गई है। सवाईमाधोपुर और गंगापुर विधानसभा में चुनाव की तस्वीर अभी त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी नजर आ रही है। वहीं बामनवास और खंडार में सीधा मुकाबला है। जिले की चार सीटों पर 48 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था। सवाईमाधोपुर विधानसभा क्षेत्र से 16 प्रत्याशी मैदान में थे। गुरुवार को सवाईमाधोपुर से तीन प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस ले लिया। इनमें कांग्रेस से बागी होकर चुनाव मैदान में उतरे लईक अहमद के अलावा कमल किशोर सैनी और प्रेम देवी हैं। अब यहां 13 प्रत्याशी रह गए हैं। वहीं भाजपा से बागी होकर निर्दलीय नामांकन पत्र दाखिल करने वाली आशा मीणा अभी भी चुनाव मैदान में है। इसलिए सवाईमाधोपुर विधानसभा क्षेत्र पर मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।

यह भी पढ़ें

राजस्थान विधानसभा चुनाव: बसपा के 9 और आरएलपी के 3 उम्मीदवार चुनावी मैदान से हटे

वहीं गंगापुर विधानसभा क्षेत्र से सर्वाधिक 18 प्रत्याशी मैदान में थे। यहां से दो प्रत्याशी आसिफ खान और कश्मीरा जाटव ने अपना नाम वापस ले लिया है। यहां से अब 16 प्रत्याशी मैदान में है। यहां अब मुकाबला कांग्रेस के रामकेश मीना, भाजपा के मानसिंह गुर्जर तथा भाजपा के बागी निर्दलीय सीएल सैनी के मध्य त्रिकोणीय मुकाबला होगा। वहीं बामनवास से रामावतार मीना के नाम वापस लेने के बाद यहां से पांच प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं। यहां कांग्रेस से इंदिरा मीना व भाजपा से राजेन्द्र मीना के बीच सीधा मुकाबला है। वहीं खंडार में किसी प्रत्याशी ने अपना नाम वापस नहीं लिया। यहां से 8 प्रत्याशी विधानसभा चुनाव के मुकाबले में डटे हैं। अब यहां कांग्रेस के अशोक बैरवा व भाजपा के जितेन्द्र गोठवाल आमने-सामने हैं।

कांग्रेस ने मनाया, भाजपाई बनाते रह गए रणनीति
राजस्थान विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां बढ़ गई हैं। गुरुवार को चुनाव से नामांकन-पत्र वापस लेने का अंतिम दिन था। इस दौरान कांग्रेस और भाजपा दोनों ही संगठनों ने दिनभर अपनी चुनावी रूपरेखा बनाई। भाजपा संगठन के लोग जहां सुबह से दोपहर तक बंद कमरों में रणनीति बनाते रहे। वहीं कांग्रेसी संगठन के लोगों ने दिनभर बागियों से संपर्क साधा और उनसे नाम वापस लेने की मनुहार की। बता दें कि सवाईमाधोपुर विधानसभा क्षेत्र का चुनाव इन दिनों बागियों के चुनाव मैदान में ताल ठोकने से भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों के गले की फांस बना हुआ है। भाजपा प्रत्याशी डॉ. किरोड़ी मीणा भाजपा से बागी एवं निर्दलीय प्रत्याशी आशा मीणा को मनाने के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांग चुके हैं। गुरुवार को कांग्रेस संगठन के लोगों ने सवाईमाधोपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय ताल ठोक रहे कांग्रेसी कार्यकर्ता लईक अहमद को समझाया। इस दौरान जयपुर में इनकी सीएम से भी मुलाकात करवाई और नाम वापसी को मनाया। इन्होंने नाम वापस भी ले लिया। वहीं भाजपा संगठन ने गुरुवार को गौतम आश्रम में बैठक कर चुनाव जीतने की रणनीति पर मंथन किया। लेकिन बागी प्रत्याशियों को नहीं मना पाए।

यह भी पढ़ें

राजस्थान चुनाव: जयपुर की इन सीटों पर भाजपा की कहीं राह आसान तो कहीं बढ़ी मुश्किल

सीएम सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मेरी बात हुई है। उन्होंने मुझे समझाया भी है। मैं संगठन के साथ मिलकर काम करूंगा। मैं चुनाव से अपनी दावेदारी वापस ले रहा हूं।-लईक अहमद, नाम वापस लेने वाले प्रत्याशी

मुझसे भाजपा संगठन के किसी व्यक्ति ने न तो संपर्क किया है न ही मैं नाम वापस लेने के लिए चुनाव मैदान में उतरी। शहर के विकास के लिए जनता से मिले सहयोग और समर्थन से मैं चुनाव लड़ रही हूं।

https://youtu.be/ngxoscmxU70

Hindi News/ Sawai Madhopur / राजस्थान चुनाव: सवाईमाधोपुर जिले की तस्वीर साफ, 2 विधानसभाओं में त्रिकोणीय तो 2 में होगा सीधा मुकाबला

ट्रेंडिंग वीडियो