डेढ करोड़ से होंगे प्लांट के काम सिविल वर्क के बाद अब प्लांट में उपकरण सम्बन्धित कार्य भी कराए जाएंगे। सूत्रों के अनुसार मिल्क प्रोसेसिंग सिस्टम, रेफ्रीजेशन प्लांट सहित इलेक्ट्रिक पैनल आदि अन्य आवश्यक कार्य कराए जाएंगे। इन कार्यों पर करीब डेढ़ करोड़ की राशि खर्च होगी। इसके मद्देनजर गत दिनों डेयरी फेडरेशन के दो अभियंताओं ने प्लांट के उपकरणों सहित अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। यह कार्य होने के बाद दूध स्टोरेज की क्षमता बढ़ जाएगी। साथ ही पैकिंग भी शुरू की जा सकती है।
साढ़े तीन हजार लीटर की आवक डेयरी पर वर्तमान में प्रतिदिन करीब 3500 लीटर दूध की आवक हो रही है। वजीरपुर, कैलादेवी-करणपुर, मरमदा, बाटोदा, मोरपा, मलारना डूंगर, बिनोरी बालाजी आदि रूट से समीपवर्ती गांवों में दुग्ध समिति के माध्यम से दूध की आवक हो रही है। फेट के आधार पर समितियों को 40 से 58 रुपए लीटर तक भुगतान किया जा रहा है। वर्तमान में दूध संग्रहित करने के बाद जयपुर भेजा जा रहा है। प्लांट का कार्य होने पर दूध का स्थानीय स्तर पर उपयोग हो सकेगा।
स्थापित करेंगे बूथ डेयरी संघ की ओर से मार्केटिंग को बढ़ावा देने के लिए शहर में बूथ भी स्थापित किए जाएंगे। हाल ही सवाई माधोपुर से स्थानांतरित होकर आए डेयरी सुपरवाइजर राजकुमार शर्मा को सवाई माधोपुर करौली दुग्ध उत्पादक संघ के प्रबंध संचालक कैलाश दान ने शहर में 25 बूथ स्थापित कर मार्केटिंग को बढ़ावा देने के निर्देश दिए है। फिलहाल शहर में भीलवाडा डेयरी की ओर से दूध आपूर्ति की जा रही है।
डेयरी में सिविल वर्क के तहत भवन मरम्मत, सीसी सड़क निर्माण व अन्य कार्य कराए गए हैं। प्लांट में करीब डेढ करोड़ के उपकरण भी स्थापित किए जाएंगे। गत दिनों अभियंताओं ने निरीक्षण भी किया है।
गिर्राजप्रसाद मीना, मैनेजर, डेयरी गंगापुरसिटी