पलक झपकते ही बेटी को मुंह में दबा कर भाग गया
मृतका के पिता रुपनारायण बैरवा ने बताया कि वह और अन्य घरवाले खेत में मिर्च की फसल में निराई गुड़ाई का कार्य कर रहे थे। इस दौरान पास ही दो माह की बेटी तनिष्का खाट पर सो रही थी। इस दौरान वह पानी पीने आया तभी अचानक एक जरख ने बच्ची पर हमला कर दिया। वह कुछ समझता उससे पहले ही जरख बेटी को मुंह में दबाकर भाग गया। परिजन हो हल्ला कर उसके पीछे भागे। छुड़ाने के लिए पथराव भी किया। इस दौरान करीब डेढ सौ मीटर दूर लहूलहुहान क्षत विक्षत बालिका के शव को छोडकऱ भाग गया। इसके बाद परिजन उसे खण्डार सीएचसी लेकर आए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वनकर्मियों ने बताया श्वान
परिजनों का आरोप है कि वन विभाग के दो वनकर्मी मौके पर आए थे। उन्होंने वहां से जरख के पगमार्क भी लिए, लेकिन वहां से जाने के बाद वन विभाग जरख के हमले को श्वान का हमला बताकर मुआवजा देने से पल्ला झाड़ रहे है। इससे ग्रामीणों में रोष है। ग्रामीणों ने जिला कलक्टर व सीसीएफ से मामले की जांच कर मुआवजा दिलाने व अनदेखी करने वाले वनपाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।