जिला मुख्यालय पर विधानसभा चुनाव को लेकर राउमावि साहूनगर को निर्वाचन आयोग ने इस बार भी अस्थाई रूप से अधिग्रहित किया है। यहां पिछले दो दशकों से निर्वाचन आयोग इसी स्कूल को चुनावी कार्य व गतिविधियां आयोजन को लेकर उपयोग में लेता आ रहा है। जानकारी के अनुसार 1975 में साहूनगर सीमेंट फैक्ट्री में निजी स्कूल के तौर पर स्कूल चलता था। इसके बाद सीमेंट फैक्ट्री बंद होने के बाद लोगों की मांग पर विद्यालय को सरकार ने 1990 में अधिग्रहण कर सरकारी घोषित किया था।
राउमावि साहूनगर में वर्तमान में साढ़े चार सौ विद्यार्थियों का नामांकन है, लेकिन यहां 50 प्रतिशत से अधिक शिक्षकों की ड््यूटी चुनाव में लगा रखी है। चुनाव गतिविधियों के चलते इन दिनों 50 विद्यार्थी भी पढऩे नहीं आ रहे हैं, जबकि अद्र्धवार्षिक परीक्षाएं 12 दिसम्बर से शुरू हो रही हैं।
जिला मुख्यालय पर राउमावि साहूनगर स्कूल 1990 से संचालित है। अब तक इस स्कूल में पांच बार विधानसभा चुनाव हो चुके है, इस बार छठीं बार चुनाव होगा। पिछले करीब दो दशकों से चुनाव आयोग इसी स्कूल में समस्त गतिविधियों का आयोजन कर रहा है। यहां 1993, 1998, 2003, 2008, 2013 में पांचवी बार एवं 2018 में छठी बार मतदान केन्द्र बनाया गया है।
इन दिनों स्कूल में मतदान कार्मिकों के प्रशिक्षण एवं आगामी दिनों में पोलिंग पार्टियों के आने से विद्यालय में पढ़ाई की व्यवस्थाएं पूरी तरह प्रभावित है। स्थिति ये है कि बच्चो को नीम के पेड़ के तले बैठकर ही पढ़ाना पढ़ रहा है। इसके अलावा आठवीं, दसवीं व 12वीं कक्षा की पढ़ाई तो चल ही नहीं रही है, जबकि बोर्ड परीक्षाओं को लेकर विद्यार्थी व उनके अभिभावक ज्यादा चिंतित दिख रहे है।
जानकारों की माने तो जिला मुख्यालय पर चुनाव आयोजन को लेकर अन्य कोई जगह नहीं है। वहीं पोलिंग पार्टियों, प्रशिक्षण के लिए बड़े-बड़े हॉल, पानी-बिजली, वाहन पार्किंग आदि की सुविधा होने से निर्वाचन आयोग ने हर बार चुनाव में इसी स्कूल का चयन किया है।
राउमावि साहूनगर में चुनावी माहौल का सीधा सा असर विद्यार्थियों की पढ़ाई पर पड़ रहा है। यहां करीब 50 प्रतिशत शिक्षकों की ड््यूटी चुनाव में लगी है। स्थिति ये है कि स्कूल परिसर के पूरे कक्षों में मतदान दल कार्मिकों का प्रशिक्षण चल रहा है। ऐसे में छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। विद्यार्थी आते तो है लेकिन बदली व्यवस्था से परेशानी झेलनी पड़ रही है।
जिला मुख्यालय के राउमावि साहूनगर को जिला प्रशासन ने अस्थाई रूप से अधिग्रहित किया है लेकिन अद्र्धवाषिक परीक्षा के चलते विद्यार्थियों की पढ़ाई चौपट हो रही है। वर्तमान में विधानसभा चुनाव चल रहा है। इसके बाद अगले वर्ष लोकसभा चुनाव होगा। ऐसे में हर बार स्कूल को ही उपयोग में लिया जाएगा, जबकि सरकार के पास शहर सहित आस-पास में सैकड़ों बीघा भूमि है, जहां पर चुनाव का आयोजन हो सकता है।
विधानसभा चुनाव को लेकर स्कूल में हॉल, कक्षा-कक्षों के बाद अब प्रधानाचार्य कक्ष को भी खाली करवा दिया है। यहां भी मतदान सामग्री रखी जाएगी। ऐसे में विद्यार्थी व स्कूली स्टॉफ विद्यालय परिसर में पोषहार बनने वाले स्थान पर ही टिनशेड कक्षों में व्यवस्था कर रखी है।
विधानसभा चुनाव को लेकर विद्यालय में व्यवस्थाएं प्रभावित है। इन दिनों कम ही विद्यार्थी आ रहे है। प्रशिक्षण व मतदान सामग्री रखने से कक्षों में जगह नहीं है। वैकल्पिक तौर पर बच्चों को बाहर पढ़ा रहे है। स्टाफ की चुनाव में ड्यूटी होने से शिक्षण कार्य प्रभावित है। हालांकि अद्र्धवार्षिक परीक्षा को देखते हुए कोर्स पूरा करवा दिया है। – कमलेश मीना, कार्यवाहक प्राधानाचार्य, राउमावि साहूनगर