पुलिस के अनुसार मुखबिर से सूचना मिली थी कि धारकुंडी और मझगवां थाना क्षेत्र के वीरान गांव लेदरी के जंगल में दस्यु सरगना बबुली अपने गिरोह के साथ किसी के अपहरण के लिए आने वाला हैष सूचना पुख्ता होने पर पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने चार टीमों का गठन किया और जंगल में घात लगाकर बैठ गए। पुलिस के अनुसार इसी दौरान रविवार रात जंगल में हलचल होती है और टीम को डकैतों की आहट मिलती है। ललकारने पर डकैतों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी कई राउंड फायरिंग की। फिर अचानक चीखने की आवाज के साथ ही फायरिंग बंद हो गई।
पुलिस के अनुसार काफी देर तक हलचल नहीं होने पर पुलिस ने जंगल को सर्च किया, जिसमें दो डकैतों की लाशें मिली। इनकी पहचान दस्यु सरगना बबुली कोल और उसके राइट हैण्ड लवलेश के रूप में हुई। इनके पास से दो बंदूक, खाने-पीने का सामान तथा गुटखाा के पाऊच पाये गए। बताया गया है कि कुख्यात बबली कोल डोडामाफी जिला कर्वी उत्तरप्रदेश का रहने वाला था तथा दूसरा बदमाश लवलेश कोल ग्राम घाटाकोलन उत्तरप्रदेश का निवासी था। वह बबुली का रिश्ते में -साला था। पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने इस सफलता की सूचना तत्काल पुलिस महानिरीक्षक रीवा चंचल शेखर एवं उप महानिरीक्षक रीवा अविनाश शर्मा को दी।
पुलिस के अनुसार मुठभेड़ के दौरान दोनों पक्षों से जमकर गोलियां चलीं। डकैतों ने 14 तो जवाब में पुलिस ने 40 राउंड फायर किया।