बताया जा रहा है कि, पुजारी और श्रद्धालुओं के बीच हुई कहासुनी में पहले पुजारी ने श्रद्धालुओं पर तलवार से हमला किया। वहीं, बाद में जब गांव के लोगों ने इकट्ठे होकर पुजारी को पकड़कर पुलिस के हवाले करने का प्रयास किया तो पुजारी ने गोली चला दी, जिसमें तीन लोग घायल हो गए।
यह भी पढ़ें- Guna Kidnapping : 6 महीने की बच्ची को किडनैप कर मांगी 14 लाख फिरौती, पुलिस ने 4 घंटे में सॉल्व किया केस पुजारी ने दो लोगों पर किया तलवार से हमला
बता दें कि, ये पूरा घटनाक्रम जिले के अंतर्गत आने वाले चित्रकूट के जैतवारा थाना क्षेत्र के कुनिया गांव में हनुमान मंदिर का है। पुजारी द्वारा की गई फायरिंग में अजीत पाल दोहर, रामकेश दोहर और शिव दोहर नाम के युवक घायल हुए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, अजीत पाल और शिवा डोहर बीती रात कुनिया गांव स्थित हनुमान मंदिर में पूजा करने गए थे, जहां मंदिर का पट खोलने को लेकर पुजारी राजकुमार उर्फ ढोला बाबा से से उनकी कहासुनी हो गई, जो देखते ही देखते इतनी बढ़ी कि पुजारी राजकुमार उर्फ ढोला बाबा ने उनपर तलवार से हमला कर दिया।
भीड़ मामला समझने पहुंची तो उी पर भड़क गया पुजारी
पुजारी के हमले में घायल हुए रामकेश का कहना है कि शुरुआत में हमें लगा कि पुजारी राजकुमार उर्फ ढोला बाबा जाकर मंदिर के पट की चाबी लेने गया है, लेकिन वो अंदर से तलवार लेकर निकला और एकाएक अजीत पाल और शिव दोहर पर हमला कर दिया। तलवार के हमले में दोनों घायल हो गए। जैसे तैसे दोनों अपनी जान बचाकर गांव आ गए। यहां जैसे ही ग्रामीणों को पुजारी की करतूत के बारे में पता चला तो सभी इकट्ठे होकर पुजारी द्वारा किए कृत्य का विरोध करने मंदिर पहुंच गए, लेकिन पुजारी गांव के लोगों पर भी भड़कने लगा, जिसपर ग्रामीण भी उसपर हमला करने मंदिर में घुसने लगे। यह भी पढ़ें- पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर जूते रखने वाला गिरफ्तार, जानें क्यों की ऐसी करतूत पुलिस ने दिया वैधानिक कार्रवाई का आश्वासन
भीड़ को अपनी ओर आते देख पुजारी राजकुमार उर्फ ढोला बाबा मंदिर के कमरे में बंद हो गया। खास बात ये है कि यहां लोगों से मामला शांत करने की अपील करने के बजाय पुजारी ने कमरे से ही गोली चला दी। इस हमले में रामकेश नामक युवक भी घायल हो गया। बाद में घटना की जानकारी जैतवारा पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरा खोलकर पुजारी राजकुमार उर्फ ढोला बाबा को हिरासत में लिया और भीड़ को आश्वासन दिया कि वो पुजारी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करेंगे। तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।