आरएसएस प्रमुख भागवत पहुंचे ‘श्रीराम के धाम’, पहले दिन तीन बैठकें संघ प्रमुख के साथ हुई बैठक के बाद रामभद्राचार्य ने गोहत्या पर पूरी तरह रोक लगाने की बात कही। जगदगुरु ने हिंदी को राष्ट्रभाषा घोषित करने की भी मांग की। उन्होंने योगी सरकार के कामकाज पर असंतोष जताया; यूपी सरकार को आडे हाथों लेते हुए उन्होंने यहां तक कह दिया कि इस सरकार का कोई जमीनी आधार नहीं दिखता, काम केवल सोशल मीडिया तक ही सीमित है।
अरबों की संपत्ति के मालिक हैं सिंधिया, देशभर में हैं अनेक महल योगी सरकार का कामकाज अच्छा नहीं होने के बावजूद हालांकि उन्होंने UP में फिर BJP की सरकार ही बनने की उम्मीद भी जताई। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात के बाद जगदगुरु रामभद्राचार्य ने बड़ा बयान दिया जिसमें उन्होंने भागवत की बात को गलत बताया। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत का सभी भारतीयों का DNA एक ही होनेवाला बयान बिल्कुल उचित नहीं है।