पीडि़त कियोस्क संचालक ने बताया कि घटना के एक घंटे बाद ही शिकायत दर्ज करा दी गई थी। तब आरोपी का मोबाइल नंबर भी चालू था। लेकिन, पुलिस द्वारा किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई। इससे परेशान होकर 19 सितंबर को सीएम हेल्प लाइन में शिकायत दर्ज कराई। तब कोलगवां थाना में पदस्थ अरविंद सिंह सेंगर कियोस्क पहुंचे। उन्हें पूरा घटनाक्रम बताया फिर भी आरोपी को नहीं पकड़ा जा सका। फरियादी ने शनिवार की शाम कोलगवां थाना प्रभारी आरपी सिंह से मुलाकात कर मामले की जानकारी पूछी तो वे भड़क गए। फरियादी को ही हड़काने लगे। कहा, ज्यादा किसी के पीछे मत घूमो, नहीं तो मैं भी तुम्हें घुमाता ही रहूंगा। थाना प्रभारी से पत्रिका संवाददाता ने एफआईआर पर सवाल किया तो उनका कहना था कि एफआईआर दर्ज हो चुकी है। लेकिन वे एफआईआर का नंबर और तारीख नहीं बता पाए।
ठग खाकी वर्दी पहनकर बैखौफ घूम रहा है और पुलिस हाथ पर हाथ रखे बैठी है। सतना में शिकायत दर्ज होने के 15 दिन बाद अमरपाटन में कियोस्क संचालक को वह ठगी का शिकार बनाता है। रामदीन पटेल निवासी ग्राम बरैहबड़ा पोस्ट परसवाही, अमरपाटन ने पुलिस थाना अमरपाटन में 4 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराई कि सहकारी बैंक के सामने अमरपाटन में कियोस्क चलाता है। 27 सितंबर को एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी पहनकर आया। अपना नाम कुंदन बता रहा था। उसने बैंक खाता क्रमांक 919958734903 में बीस हजार रुपए ट्रांसफर कराए। जब उससे पैसे मांगे तो कुछ देर में बुलाकर देता हूं कहने लगा। इसके बाद मौका पाकर भाग खड़ा हुआ। ठगी का शिकार होने के बाद संचालक पुलिस थाना अमरपाटन पहुंचा तो स्टाफ ने बिना शिकायत लिए ही लौटा दिया। बकौल संचालक, पुलिस ने उल्टा उसके ऊपर ही दोष मढ़ दिया। कहा तुमने अपनी गलती से राशि ट्रांसफर की है। अब उसे तुम खुद ही तलाशो। हालांकि उसकी हरकत सीसीटीवी फुटेज में भी कैद हुई है।