ये भी पढ़ें: मैहर करेंसी पेपर मामला: आरोपी बालक दास ने फर्जी पता लिखाकर जमा कराया था बैग चिडि़याघर के निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की शिकायत लोकायुक्त ईओडब्ल्यू से की गई थी। तत्कालीन वन संरक्षक रीवा, डीएफओ सतना सहित चिडि़याघर के अधिकारियों पर अपने करीबियों को निर्माण कार्य का ठेका देकर घटिया निर्माण कार्य कराने का आरोप है। लोकायुक्त जांच शुुरू होने से वन विभाग के अधिकारियों की बेचैनी बढ़ गई है।
विधानसभा में भी उठ चुका मुद्दा
चिडि़या घर के निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार का मामला विधानसभा में भी गूंज चुका है। विधायकों ने सवाल उठाते हुए निर्माण कार्यों की जांच कराने की मांग की थी। इसके अलावा लोकायुक्त में भी शिकायत की गई थी। लोकायुक्त ने नोटिस देकर कार्य से जुड़े अधिकारियों को दस्तावेज के साथ तलब किया था, लेकिन तत्कालीन डीएफओ द्वारा नोटिस का संतोषजनक जवाब न दिए जाने के बाद लोकायुक्त ने भ्रष्टाचार की जांच शुरू कर दी है।