ऑनलाइन डेटा भी गड़बड़
यह जानकारी भी सामने आ रही कि भू-अभिलेख संबंधी वेबसाइट में भी डाटा समय पर अपडेट नहीं हो रहा है। कुछ तहसीलों में स्थिति यह है कि खातेदारों के नाम, जमीन का प्रकार, फसल की जानकारी खसरा और खतौनी में नहीं दिख रही है। जिले में तीन-तीन माह तक वेबसाइट का डाटा अपडेट नहीं किया जाता है। इससे वेबसाइट और वास्तविकता में जमीन की स्थिति में अंतर बना रहता है जो विवाद का कारण बनता है। यहां की कुछ तहसीलों में तीन माह से अधिक समय से पुराना है।
भू-अभिलेख कार्यालय में कुर्सी तोड़ रहे आरआइ
जिले की कोठी तहसील का रैगांव, रामपुर बाघेलान तहसील का सज्जनपुर, मैहर का अमदरा, नागौद का शिवराजपुर, और रहिकवारा कुल मिलाकर 5 सर्किल लंबे समय से खाली छोड़ रखी गई है। दूसरी ओर जिला भू-अभलेख कार्यालय में हरिचरण, महेन्द्र, राजेन्द्र, राजीव, कमलेश सहित कुल 7 आरआई बैठा रखे गए हैं।
बिना काम के मुक्त किए आरआइ
जिले में सर्वाधिक नक्शाविहीन गांव होने पर सीएलआर ने उमरिया और कटनी से 10 आरआइ सतना भेजा था। लेकिन जिम्मेदार इनसे भी काम नहीं करवा सके। जिले में मुफ्ट की रोटियां तोड़ते बैठे आरआइ को तमाम शिकायतों के बाद मार्च माह में रिलीव कर दिया गया। हालांकि कलेक्टर सतेन्द्र सिंह ने इस मामले में जांच कराने की बात कही है।