पूजा बताती हैं कि डांस सीखने के लिए 2015 में मुंबई गई। उसी दौरान गायक प्रकाश तिवारी से मुलाकात हुई। प्रकाश सीधी जिले के थे, ऐसे में क्षेत्रीय लगाव हो गया। दो साल बाद 2017 में फिर रीवा लौटना पड़ा। यहां आने के बाद लगा कि कॅरियर खत्म हो गया। संघर्ष चल ही रहा था कि उसी दौरान प्रकाश ने अविनाश के बारे में बताया। इसके बाद लगातार अविनाश से संपर्क करने का प्रयास किया। 2017 वर्ष के अंत में 28 दिसंबर को अविनाश से बात हुई और उन्होंने अपने वीडियो में काम करने का प्रपोजल रखा। दोनों ने क्षेत्रीयता और पति-पत्नी के बीच प्रतिदिन होने वाली कहासुनी को लोगों के बीच परोसने का निर्णय लिया। 12 जनवरी 2018 को पहला वीडियो मलकिन उपासे हई बघेली भाषा में यू-ट्यूब पर लॉन्च किया। इसे लोगों ने खूब पसंद किया। रातोंरात इसे हजारों लोगों ने देखा। इसके बाद मलकिन उपासे हई के कई पार्ट आए। फिर फलाने के मलकिन, करवा चौथ का व्रत सहित अन्य वीडियो आए। जो लोगों में खासे लोकप्रिय हुए।
पूजा ने बघेली को पहचान दिलाने के मकसद से बघेली भाषा में ही काम करने का ठाना है। अब इन कलाकारों ने बघेली में फिल्म बनाने की ठानी है। इसके लिए मुम्बई में बात चल रही है। खास बात यह है कि फिल्म की शूटिंग बघेलखंड में होगी। कलाकार भी स्थानीय होंगे। इस साल के अंत तक फिल्म रिलीज होगी।