पड़ोस में ही रहता था भतीजा
दरअसल, अहिरान टोला में मृतका सुनैना यादव अपने पति संजय यादव और दो बच्चो के साथ एक घर में रहती थी और पड़ोस में जेठ संतोष यादव का परिवार रहता था। करीब एक महीना पहले संतोष यादव के बेटे सुनील यादव ने सुनैना की बेटी को किसी वजह से थप्पड़ मार दिया था। बच्ची को थप्पड़ मारने को लेकर सुनैना ने सुनील को खूब खरी-खोटी सुनाई और गाली-गलौज भी की। इसके बाद से ही दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। यह भी पढ़े – Mp By Election: सीएम मोहन यादव का बयान, कांग्रेस के लोग झूठ बोलकर सरकार बनाते हैं कुल्हाड़ी से मारकर की हत्या
इस जिल्लत को सुनील सहन न कर सका और उसने बदला लेने की ठानी। उसे 1 नवंबर को मौका मिला जब सुनैना घर पर अकेली थी। वह चोरी-छिपे सुनैना के घर के आंगन में घुस गया और कुल्हाड़ी से उसके सिर पर वार कर उसकी जान ले ली। सुनैना की हत्या करने के बाद सुनील वह से फरार हो गया। सुबह जब घर वालों ने आंगन में सुनैना की लाश देखी तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना कोठी पुलिस को दी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टेम के लिए भेजा और अपनी जांच शुरू की।
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पुलिस ने मौके से एक कुल्हाड़ी बरामद की जिसमे खून के धब्बे लगे हुए थे। पुलिस ने पूछ्ताछ की तो पता चला सुनील यादव सुनैना की हत्या होने के बाद से ही गायब है। पुलिस ने सुनील की तलाश शुरू की और महज 12 घंटों के अंदर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है। उसने पुलिस को बताया कि वह अपनी चाची से नफरत करता था और उससे गाली-गलौज करने के लिए माफ़ी मांगने के लिए बोलता था लेकिन सुनैना ने उससे माफ़ी नहीं मांगी। इस बात से गुस्सा होकर उसने अपनी चाची की हत्या कर दी।