वहीं होर्डिंग विवाद केस को लेकर भाजपा के एक पदाधिकारी ने कहा है कि सही काम करने वालों पर कांग्रेस राज में कार्रवाई हो रही है। जबकि खुद कांग्रेसी गलत कामों के पोषक बने हुए है। इन दिनों जिले के आला-अधिकारी नेताओं के एजेंट बने हुए है। जिस तरह कांग्रेसी नेता बोलते है उसी तरह कार्रवाई की जाती है।
इस घटना के बाद शासकीय कर्मचारी आक्रोशित है। इनका कहना है कि इमानदारी से अगर काम करने पर इस तरीके से दबाव पर कार्रवाईयां होंगी तो इससे बेहतर कार्य की उम्मीद जाती रहेगी। एक ओर जनता हमसे सही काम की उम्मीद करती है वहीं दबाव में आकर ऐसी कार्रवाईयां की जा रही है। कर्मचारी संगठनों ने इस मामले में ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया है।
बता दें कि शहर में लगाए गए अवैध होर्डिंग-पोस्टर के खिलाफ नगर निगम के अतिक्रमण विरोधी दस्ते द्वारा की जा रही कार्रवाई सोमवार को खासी चर्चित हुई। हुआ कुछ यूं कि दस्ते ने स्टेशन रोड से बिना अनुमति पोल पर लगे पोस्टर-बैनर हटाने की कार्रवाई शुरू की तो कांग्रेसियों द्वारा लगाए गए पोस्टर-बैनर भी जद में आ जाए। इसकी खबर कांग्रसियों को लगी तो उन्होंने हंगामा कर दिया। आनन-फानन कांग्रेसी नगर निगम कार्यालय पहुंचे और निगमायुक्त से मुलाकात कर घटना पर रोष जताया। अवैध पोस्टर हटाने वाले अतिक्रमण दस्ता प्रभारी पर कार्रवाई की मांग की।
कार्यकारी अध्यक्ष जिला कांग्रेस राजभान सिंह ने नगर निगम कर्मचारियों के रवैये पर नाराजगी जताई। आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा कि निरंकुश नगर निगम कर्मचारियों का यह तरीका बेहद ही अनुचित और अपमानजनक था। कानूनन अगर देखा जाए तो निगम कर्मचारियों को संबंधितों को सूचना दी जानी चाहिए थी या फिर जुर्माना लगाया जाना चाहिए था। मगर जिस प्रकार से कार्रवाई की गई उससे हमारा अपमान हुआ है।
घटना के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी निगमायुक्त अमनवीर सिंह से मिलने पहुंचे। उन्हें घटना की जानकारी देते हुए अतिक्रमण अधिकारी को तत्काल हटाने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी गई कि ऐसा नहीं होने पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे। इस दौरान नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष शैलेन्द्र सिंह गुड्डू, रामकुमार तिवारी, रामायण सिंह, पार्षद धीरेन्द्र सिंह बबलू, पीयूष सिंह मुन्ना, पार्षद फूलचंद सोनी, केके तिवारी, सोहावल जनपद पंचायत उपाध्यक्ष उपेन्द्र सेन, गुलाब सोनी, तिलक राज सोनी, कृष्ण प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।