पुराणों में कहा गया है कि दिवाली रोशनी का त्योहार है। यदि आप अपने घर को कैंडल्स से सजाना चाहते हैं तो इन्हें खरीदने के बजाय घर में बनी हुई कैंडल्स का प्रयोग करें। आप नमक के आटे की सहायता से कैंडल्स बना सकती हैं।
इन्हें आप गिफ्ट स्टोर से खरीद सकती हैं। जब आप इन कैंडल्स को जलाएंगी तब आपका कमरा मीठी सुगंध से भर जाएगा। आप में से कई लोग इस दिन अपने घर पर लक्ष्मी जी पूजा करते हैं। इस प्रकार की मोमबत्तियों के उपयोग से आपके घर का वातावरण सात्विक हो जाएगा।
सेंटर टेबल पर एक बड़े कटोरे में तैरती हुई कैंडल्स आपके घर की सजावट को बढ़ाती हैं। कैंडल्स को पानी में तैरने दें और कटोरे में गुलाब और कमल की पंखुडिय़ां डालें। यह देखने में बहुत सुन्दर लगता है।
दिवाली पर मेहमान आते है। उनके साथ बच्चे भी आते होंगे। इस प्रकार के डेकोरेशन से उन्हें आपका घर और अधिक अच्छा लगने लगेगा। एक सीधी शाखा लें, इसे मिट्टी से भरे एक गमले में लगा दें। अब रंगबिरंगे पेपर में कैण्डीज को लपेटे और उन्हें शाखाओं में लटका दें। इसे ड्राइंग रूम के बीच में रख दें।
दिवाली में प्रत्येक घर में कंदील अवश्य लगाया जाता है। आप कुछ नया करना चाहते हैं। आप कांच के कंदील लगा सकती हैं। कांच की बोतलों को विभिन्न रंगों से कलर करें और इनके अंदर कैंडल्स या एलईडी लाइट्स लगायें। इन्हें घर में लटका दें। यह वाकई में बहुत सुन्दर दिखता है।
अगर आपको रंगोली बनाना है और घर में कलर नहीं है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। घर में मौजूद आटा, हल्दी, महावर और होली के बचे गुलाल या फिर कश्मीरी मिर्च ले। इसके बाद चॉक से रंगोली बनाएं। जिस तरह की आप बनाना चाहते है। इनमें खुद के बनाए हुए रंग भर दें। अब आपकी रंगोली बनकर तैयार हो जाएगी।
दिवाली पर हर कोई मां लक्ष्मी और गणेश जी को अपने घर पर आमंत्रित करते हैं। इसके लिए घर के मुख्य प्रवेश द्वार पर और पूजा के कमरे में रंगबिरंगे तोरण लगाएं। इससे आपका घर आकर्षक दिखेगा।
अपने घर में पॉटपोर्री के छोटे-छोटे कटोरे रखें और इनकी सुगंध आपको मूड को निश्चित ही अच्छा बना देगी ताकि आप त्योहार का पूरा आनंद उठा सकें। आप इन्हें बाजार से खरीद सकते हैं या आप इसे घर पर भी बना सकते हैं। यह आपकी इच्छा पर निर्भर है।
आज-कल बाजार में बहुत प्रकार के रंगीन कागज आ रहे है। जिनको सबसे पहले खरीद ले। फिर उनका रिबन बनाए जैसे बच्चे क्लास में टीचर्स-डे पर सजाने के लिए रिबन का उपयोग करते है। उन्हीं से घर को सजाएं। परिवार के सभी लोग मिलकर सजाएंगे तो खुशियां चार गुना हा जाएंगी।
जरूरी नहीं की चीनी लाइटों का इस्तेमाल करने पर ही घर जगमग होता है। बल्कि बिना लाइटों से भी आपका घर चमक-दमक सकता है। वैसे भी दिवाली का असली मतलब है मिट्टी के दीये की रोशनी। तो इस दिवाली को इको-फ्रैंडली दिवाली मनाएं। बिजली भी बचाएं और मिट्टी के दीपक भी जलाएं।