परिजन का आरोप था कि, मृतक 27 वर्षीय अनूप सिंह उर्फ आखेंद्र सिंह के शरीर में कई जगह चोट के निशान हैं। उसे टॉर्चर करके मारा गया है। परिजन का कहना है कि, अनूप सिंह का प्रेम प्रसंग पास के ही गांव की एक युवती से चलता था और 12 तारीख को उसी युवती की बारात आने वाली थी। अनूप 12 मई को सुबह 10 बजे अंतिम बार भरहुत मोड़ पर ऑटो में बैठता देखा गया था। उसके बाद उसका कहीं पता नहीं चला।
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7 दिन में मामले की जांच के आश्वाशन पर हटे
सतना-मैहर मार्ग में सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन की सूचना मिलते ही मैहर और उचेहरा थाना की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची, लेकिन आक्रोशित लोग हटने को तैयार नहीं थे, जिसके चलते मार्ग के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई और वाहनों में सवार लोग भीषण गर्मी में हलकान होते रहे। इसके बाद सतना से एएसपी सुरेंद्र जैन, सिटी एसपी महेंद्र सिंह और नागौद एसडीओपी मोहित यादव भरहुत मोड़ पहुंचे और परिजन को आश्वाशन दिया कि, एक हफ्ते में मामले की पूरी जांच की जाएगी। मामले में मर्ग पनागर थाना में दर्ज है। करीब एक घंटे तक सड़क पर प्रदर्शन करने के बाद परिजन युवक के शव को लेकर अंतिम संस्कार करने गांव चले गए।
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पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप
परिजन ने आरोप लगाया कि अनूप सिंह का 12 मई की शाम 6 बजे मोबाइल बंद होने के बाद उचेहरा थाना में गुमशुदगी दर्ज कराने गए थे, लेकिन पुलिस ने मामले की गंभीरता से नहीं लिया। 100 डायल को भी गांव से फोन किया था, लेकिन वो भी नहीं पहुंची। 13 मई को परिजन जब थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखा रहे थे, उसी दौरान पनागर थाना पुलिस ने युवक की मौत की सूचना दी। पनागर पुलिस ने मृतक की शिनाख्त उसके पर में रखे आधार कार्ड के जरिये की थी।