शिकायत पर आरपीएफ व जीआरपी की टीम मैहर से सक्रिय हो गई थी। ट्रेन में ही यात्रियों के बयान भी दर्ज किए गए। उसके बावजूद सतना में ट्रेन को करीब 10 मिनट तक रोका गया। जानकारी अनुसार ट्रेन शाम 5.38 पर सतना पहुंची और 5.48 मिनट पर आगे की ओर रवाना हुई।
ट्रेनों के स्लीपर कोच में अनाधिकृत व्यक्तियों के सफर करने की बात आम हो गई है। जिसके चलते आए दिन विवाद की स्थिति भी निर्मित होती है। लेकिन, यात्रियों द्वारा लिखित शिकायत नहीं होने के कारण अधिकारी भी पूरे मामले पर चुप्पी साधे रहते हैं। जबकि अनाधिकृत यात्रियों के सफर करने की जानकारी रेलवे के जिम्मेदार अधिकारियों को है।