मिली जानकारी के मुताबिक एनसीएल निगाही परियोजना अंतर्गत एमपीईबी कॉलोनी निवासी पवन सिंह पिता अवधराज 25 वर्ष और हृदयेश सिंह पिता केपी सिंह 6 वर्ष गुरुवार को बिलौंजी निवासी रिश्तेदार राजकुमार पटेल के यहां आए थे। पटेल परिवार के साथ दोनों दोस्त गणेश प्रतिमा विसर्जन कार्यक्रम में शामिल हो गए। वह बैढऩ कोतवाली के नजदीक मयार नदी में विसर्जन करने लगे। जैसे ही अन्य भक्त गणेश प्रतिमा विसर्जन कर वापस लौटने लगे तो उन दोनों ने स्नान करने की इच्छा से नदी पर उतर गए। लोगों ने मना किया फिर भी दोनों दोस्त नहीं मानें और कुछ ही मिनटों में नदी में छलांग लगा दी।
इसी दौरान दोनों युवक तेज धार में बहने लगे। जिनको बचाने के लिए अन्य साथी आनन-फानन में नदी पर उतरे। पर वह नदी के तेज बहाव में बहते ही जा रहे थे। जब लोग उनकों नहीं बचा पाए तो तुरंत घटना कि सूचना थाना पुलिस सहित गोताखोरों को दी गई। पुलिस टीम गोताखोर लेकर पहुंची और तलाश शुरू की। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। कुछ देर बाद पवन सिंह का मृत शरीर पानी पर उतराया तो पुलिस ने बरामद कर लिया। अंधेरा होने के कारण दूसरे युवक का शव नहीं मिला। फिर दूसरे दिन यानी की शुक्रवार को रेस्क्यू चालू किया गया। सुबह करीब 11 बजे हृदयेश सिंह का शव बरामद हुआ। घटना के बाद से दोनों के घर में कोहराम मचा हुआ है।