पंजाब के कैबिनेट मंत्रियों सुखजिन्दर सिंह रंधावा, अरुणा चौधरी, गुरप्रीत सिंह कांगड़, बलबीर सिंह सिद्धू और भारत भूषण आशु और विधायकों दर्शन सिंह बराड़, कुशलदीप सिंह किक्की ढिल्लों, फतेहजंग सिंह बाजवा, बरिन्दरमीत सिंह पाहड़ा, कुलबीर सिंह ज़ीरा, प्रीतम सिंह कोटभायी, कुलदीप सिंह वैद्य, संजीव तलवाड़, बलविन्दर सिंह लाडी और दविन्दर सिंह घुबाया ने कहा कि हाथरस की गरीब बेटी के साथ दर्दनाक हादसे से जहाँ पूरा मुल्क सदमे में है, वहीं यू.पी. सरकार की तरफ से इस घटना को दबाने के लिए सभी कानून ताक पर रख दिए जिससे लोगों में सख़्त रोष है।
उन्होंने कहा कि बलात्कार का शिकार गरीब लडक़ी के साथ हुए असीमित ज़ुल्म के रोष के तौर पर राहुल गांधी पीडि़त परिवार को मिलने जा रहे थे परन्तु इस दर्दनाक घटना पर पर्दा डालने के लिए यूपी सरकार ने विरोधियों को चुप करवाने के भद्दे यत्न किए। राहुल गांधी के साथ बुरा सलूक किया, इससे भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार का असली चेहरा सामने आ गया है।
कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि राहुल गांधी के साथ किया गया अन्याय केंद्र की मोदी सरकार के इशारे पर हुआ है। मुल्क में महिलाओं में पाई जा रही असुरक्षा की भावना के कारण सरकार बौखलायी हुई है। इस कारण बेटियों की आवाज़ बनने के लिए राहुल गांधी भाजपा की आँखों में चुभते हैं।
यू.पी. की भाजपा सरकार को चुनौती देते हुये कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ऐसी धक्केशाहियों के साथ चुप करके बैठने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि सच्चाई को न तो छिपाया जा सकता है और न ही दबाया जा सकता है जिस कारण भाजपा सरकार को लोगों के सवालों के जवाब देने पड़ेंगे। किसानों को तबाह कर देने वाले मोदी सरकार के काले खेती कानूनों के खि़लाफ़ मुल्क में किसानों में फैले रोष और इन कानूनों के खि़लाफ़ राहुल गांधी के 3 अक्तूबर से शुरू होने वाले तीन दिवसीय पंजाब दौरे से बौखलायी मोदी सरकार हर ढंग से राहुल गांधी की आवाज़ को दबाना चाहती है जिससे किसानों की जिंदगियाँ अपने कारपोरेट मित्रों के हवाले कर सके।