गश्त के दौरान पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि चौधरी सराय चौराहा के पास आम के बाग में टयूबवेल के पीछे कुछ लोग अवैध शस्त्र बनाने का काम कर रहे हैं। सूचना पर पुलिस बल मौके पर पहुंचा, तो कुछ लोग अवैध हथियार बनाने का कार्य कर रहे थे। इनमें से एक व्यक्ति ड्रिल मशीन से बोर कर रहा था।
पुलिस बल ने दबिश देकर आरोपियों को दबोचा। पुलिस को काफी अधबने तमंचे व असलाह बनाने के उपकरण मिले। दानिश को मौके से पकड़ा गया। दूसरे भागने वाले आरोपी का नाम दानिश ने अनस बताया। पुलिस ने न्यायालय में दोनों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की।
इस मुकदमे की सुनवाई अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश निर्भय नारायण राय के न्यायालय में हुई। जहां न्यायालय ने आरोपी अनस को साक्ष्य के अभाव में संदेह का लाभ देते हुए दोषमुक्त किया। साथ ही दूसरे आरोपी दानिश उर्फ मुन्ना को अवैध असलाह बनाने के जुर्म में दस वर्ष की सजा व दस हजार रुपये के अर्थदंड से दंडित किया।