पुलिस के मुताबिक प्रेमी बंटी और प्रेमी सुखिया की हत्या युवती के दो भाईयों ने इज्जत की खातिर कराई थी। इसके लिए गांव के दो युवकों को ढाई लाख रुपये दिए गए थे। उधर, इन दोनों की हत्या का राज खुलने के डर से बाद में युवती के छोटे भाई कुलदीप उर्फ सुखा को भी मार दिया गया। पुलिस ने मामले में सुखिया के दोनों भाई और रुपये लेकर हत्या करने वाले दोनों युवकों को बुधवार को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा कर दिया है।
मामले की जानकारी देते हुए एसपी यमुना प्रसाद ने बताया कि 25 जून की रात में घटना को अंजाम दिया गया था। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि उसी दिन शाम को बंटी पुत्र बिन्नामी तथा सुखिया पुत्री तुलसीदास अपने घर से भाग गए थे। दोनों गांव के बाहर आकर एक गन्ने के खेत में छुप गए थे। जिन्हें गांव के ही जगपाल उर्फ मुल्ला जी ने देख लिया था और उसने यह बात सुखिया के भाई विनीत उर्फ लाला को बताई। बदनामी के डर से विनीत और उसके भाई किशोरी ने जगपाल व गांव के ही श्योराज को दोनों की हत्या के लिए ढाई लाख रुपये दिए। इसके बाद चारों ने मिलकर गन्ने के खेत में ही दोनों की हत्या कर दी।
एसपी ने बताया कि उसी वक्त विनीत का छोटा भाई कुलदीप भी मौके पर आ गया और उसने हत्या होते हुए देख ली। कुलदीप को समझाकर उन लोगों ने वहां से भेज दिया और बंटी व सुखिया के शव को ले जाकर पेड़ पर लटका दिया। इन्होंने शव की पहचान न हो सके, इसके लिए उनके चेहरे पर तेजाब भी डाला था। साथ ही दोनों का बाल भी काट दिए गए थे। अगले दिन रात ठीक उसी तरीके से इन्होंने कुलदीप को गन्ने के खेत में बुलाया और उसकी भी हत्या कर दी। फिर शव को पेड़ से लटका दिया ताकी यह भी खुदकुशी लगे। विनीत, किशोरी के साथ ही जगपाल और श्योराज को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज उन्हें जेल भेज दिया गया है। घटना कराने के लिए दिए गए 2.5 लाख रुपये, तेजाब की बोतल सहित अन्य सामान बरामद कर लिया गया है।