ये दंगे का नाम देकर लोगों को मारना चाहते थे: इमरान
गुरुवार को मतदान खत्म होने के बाद इमरान मसूद ने एक स्थानीय चैनल के साथ बातचीत में कहा कि मुस्लिमों को वोट डालने से रोकना का हर प्रयास हो किया गया। पुलिस ने दिनभर लाठियां बरसाई, जिसका असर ये हुआ कि उनके 50 हजार वोट कम पड़े।
इमरान से मतदान के दिन बूथों पर ना घूमने पर सवाल हुआ तो इमरान की आंखों में आंसू आ गए। रोते हुए उन्होंने कहा, लोगों को वोट नहीं डालने दिया जा रहा था, इससे आक्रोश था। अगर मैं निकल जाता तो लोग भड़क उठते। उसके बाद पुलिस गोली चलाती, मेरे बच्चों को मारा जाता। भाजपा और पुलिस के लोग ये चाहते थे, मुझे इसका पता था। मेरे ना निकलने के बावजूद कितने बच्चों के हाथ-पैर तोड़े गए हैं। मेरी बहनों के साथ बदतमीजी हुई है। फिर भी मैं सभी का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने वोट दिया।