फजलुर्रहमान का नाम इमरान को क्यों नहीं आएगा पसंद?
सहारनपुर सीट पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित होने के बाद बसपा से सबसे तेजी से जो नाम सामने आया है, वो सांसद फजलुर्रमान की पत्नी का है। फजलुर्रमान कुरैशी बिरादरी से आते हैं, जो ओबीसी में है। फजलुर्रमान इस वक्त सांसद हैं और 2017 में बसपा से मेयर का चुनाव भी लड़ चुके हैं। ऐसे में तजुर्बे ऐर कद के मामले में वो दूसरे नेताओं पर भारी दिख रहे हैं।
सपा से भी विरोधी को ही टिकट मिलने की चर्चा
विधानसभा चुनाव के समय इमरान मसूद कांग्रेस छोड़ते हुए सपा में गए थे लेकिन बाद में बसपा में शामिल हो गए। सपा छोड़ने के बाद इमरान की सबसे तीखी बयानबाजी सपा के सहारनपुर देहात से MLA आशु मलिक से देखी गई। आशु भी ओबीसी हैं, ऐसे में उनकी पत्नी का नाम भी सपा से मेयर टिकट के लिए चल रहा है।
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इमरान के लिए वैसे तो सपा पूर्व पार्टी है लेकिन आशु मलिक की पत्नी का टिकट होना उनको शायद ही पसंद आएगा। आशु मलिक की पत्नी लड़ीं तो हो सकता है कि सपा के निशाने पर सबसे ज्यादा इमरान रहें। ऐसे में अभी तक तो सपा-बसपा से जो नाम चल रहे हैं, वो फाइनल हुए तो ये इमरान के लिए कड़वी दवा की डबल डोज हो जाएगी।