काम , पत्नी के बदले मिली जेल
जयंत चौधरी को मैदान में उतारने की तैयारी एक सवाल के जवाब में उन्होंने इशारों ही इशारों में यह भी साफ कर दिया कि कांग्रेस कैराना सीट से जयंत चौधरी को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी में है। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद ने यह बयान दिल्ली में कांग्रेस के बड़े पदाधिकारियों से वार्ता के बाद दिया है। फोन पर हुई बातचीत में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष ने कैराना सीट को लेकर हाल ही में प्रकाशित एक खबर को गलत बताया और कहा कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी मिलकर कैराना उपचुनाव लड़ेंगी।
महागठबंधन को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं दरअसल, महागठबंधन को लेकर अभी तक स्थिति साफ नहीं हो रही है। अभी तक सपा और बसपा का गठबंधन सामने है लेकिन सपा, बसपा, कांग्रेस और रालोद के बीच गठबंधन है या नहीं, इसकी स्थिति स्पष्ट नहीं है। और अभी तक इस महागठबंधन को लेकर किसी भी पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक रूप से घोषणा नहीं की गई है। इसके बावजूद समाजवादी पार्टी की ओर से दावा किया जा रहा है कि सपा कैराना उपचुनाव लड़ने जा रही है। बगैर गठबंधन की घोषणा के इस तरह के दिए जा रहे बयानों से सपा और कांग्रेस पदाधिकारियों के सुर बदलने लगे हैं।
सपा के दावे औचित्यहीन खुद कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद ने कहा है कि समाजवादी पार्टी की ओर से जिस तरह के दावे किए जा रहे हैं, वे बगैर गठबंधन की घोषणा के औचित्यहीन हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पिछली बार सपा ने अपने चार सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे लेकिन सिर्फ एक सीट पर ही जीत पाई थी जबकि कांग्रेस तीन सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी। कांग्रेस ने रिकॉर्डतोड़ वोट प्राप्त किए थे। ऐसे में साफ है कि कांग्रेस कैराना में मजबूत स्थिति में है।
कैराना में कांग्रेस मजबूत स्थिति में इमरान मसूद ने यह भी कहा कि अगर गठबंधन होता भी है तो सपा कैराना उपचुनाव को हल्के में ना ले। यह फूलपुर और गोरखपुर का चुनाव नहीं है। यहां कांग्रेस बेहद मजबूत स्थिति में है। कांग्रेस का प्रत्याशी यहां जिताऊ होगा। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस कि रालोद से बात चल रही है और कैराना सीट पर कांग्रेस जयंत चौधरी को मैदान में उतारेगी। अगर जयंत चुनाव नहीं लड़ते हैं तो किसी मजबूत प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा लेकिन यह स्पष्ट है की कैराना सीट पर कांग्रेस मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी।