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ये है वो दोनों शख्स यह होगी मुहिम
पश्चिम उत्तर प्रदेश में स्थित सहारनपुर निवासी अनुभव भल्ला यहां अपने परिवार के साथ रहते है। अनुभव ने अपने भार्इ आशीष के साथ यह मुहिम शुरू की है। वही अनुभव ने कहा कि देश दिन-दोगुनी तरक्की कर रहे है। इसके बावजूद भी देश में महिलाएं आज भी सुरक्षित नहीं है। अाए दिन बच्ची आैर नाबालिग से लेकर बुजुर्ग महिलाआें के साथ भी दुष्कर्म जैसी घिनौनी वारदातों की खबरें सामने आती है। एेसे में हमें जरूरत है कि लोगों को इसके प्रति सजग करने की। इसी को लेकर अनुभव भल्ला ने “21 वीं सदी का भारत NO rape चुप्पी तोड़ो” की अपनी इस मुहिम को लेकर बाइक पर सवार होकर सहारनपुर से शामली होते हुए गुरुवार को मुज़फ्फरनगर में पहुंचे।
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लोगों को बताया मुहीम का मकसद की यह अपील
रेप पर अंकुश लगाने के लिए मुहिम पर निकले अनुभव गुरुवार को तीन जिलों में पहुंचे।यहां उन्होंने “चुप्पी तोड़ो” के बारें में जनता को बताया और बलात्कार का विरोध करने के लिए जागरूक किया।जिसके बाद उन्होंने कलक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर वहा मौजूद लोगों को भी अपने अभियान के बारे में बताते हुए जागरूक किया।वहीं अनुभव भल्ला ने बताया की हमने अपने देश को बलात्कार मुक्त भारत बनाने का एक अभियान की शुरुवात की है।जिसको लेकर हम 75 जिलों में घुमेंगे।वहीं उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य 7000 किलोमीटर चलने का है।अब तक हम 150 किलोमीटर चल चुके हैं। 75 जिलों का लक्ष्य पूरा करने के बाद हम भारत भ्रमण पर निकलेंगे।