उम्मीद जताई जा रही है कि पहली ट्रेन सहारनपुर से जल्द ही रवाना हाे सकती है। इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन की ओर से दी जाएगी। यूपी सरकार ने इसके लिए रेलवे काे निर्देशित किया है लेकिन बिहार राज्य की अऩुमति मिलना अभी बाकी है। अगर दोनों राज्य की सरकारों के बीच सहमति बन गई ताे ट्रेन मजदूरों काे लेकर बिहार के लिए रवाना हाेंगी।
यूपी सरकार तैयार बिहार सरकार की अनुमति का इंतजार इस बारे में पूछने पर अंबाला रेलखंड के डीआरएएम जीएम सिंह ने बताया कि, अभी तक यूपी सरकार की ओर से निर्देश मिले हैं। ट्रेन तभी रवाना हाेंगी जब बिहार सरकार की अनुमति मिल जाएगी। बिहार सरकार काे भी अपना सहमति पत्र देना हाेगा कि वह मजदूरों काे लेने के लिए तैयार हैं। दोनों सरकार के सहमति पत्र के बाद ही ट्रेनें रवाना हाेंगी।
गाजियाबाद और दादरी से भी ट्रेनें चलानी की तैयारी यूपी सरकार सहारनपुर ( Saharanpur ) के साथ-साथ गाजियाबाद ( Ghaziabad ) और दादरी ( Dadri ) रेलवे स्टेशन ( railway station )
से भी स्पेशल ट्रेनें ( Special train ) बिहार ( Bihar ) पटना ( Patna )
मुजफ्फरपुर ( Muzaffarpur ) और रक्सोल के लिए चलाने की तैयारी चल रही है। इसकी वजह यह है कि गाजियाबाद और नाेएडा में भी बड़ी संख्या में बिहार के मजूदर फंसे हुए हैं जाे अब पैदल अपने घरों काे निकल रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में काम करने वाले मजदूर काफी बड़ी संख्या में सहारनपुर पहुंच गए हैं इन्हे पिलखनी स्थित राधा सत्संग ब्यास केंद्र में रखा गया है। इन मजदूरों काे सहारनपुर से स्पेशल ट्रेनों के जरिए भेजे जाने की तैयारी है। इसी तरह से गाजियाबाद व नाेएडा में फंसे मजदूरों काे दादरी व गाजियाबाद स्टेशन से उनके राज्य और गृह जनपदों काे भिजवाने की तैयारी की जा रही है।
दी अगर सब कुछ याेजना के अनुसार हुआ और दोनों सरकारों के बीच सहमति बन गई ताे मजदूरों की समस्या का काफी हद तक समाधान हाे जाएगी और स्पेशल ट्रेन के जरिए बड़ी संख्या में उनके राज्य काे भिजवाया जा सकेगा।