बाबा गुरिंदर सिंह ने कहा कि रचनात्मकता व्यक्ति के व्यक्तित्व को पूर्ण करने के साथ निखारती है। जिलाधिकारी ने बताया कि बाबा गुरिंद्र सिंह से विभिन्न सामाजिक एवं अध्यात्मिक बिन्दुओं पर चर्चा हुई। उन्होने जनपद सहारनपुर में कृषि, उद्योग एवं पर्यटन की अपार संभावनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि सभी क्षेत्रों में जनपद का विकास हुआ है लेकिन उत्कृष्टता लाने के लिए जन सहयोग के साथ अध्यात्मिक गुरुओं का आशीर्वाद होना जरूरी है। इसलिए जनपद के सर्वांगीण विकास के लिए जिलाधिकारी ने बाबा गुरिंदर सिंह से जनपद पर अपना आशीर्वाद बनाए रखने का अनुरोध भी किया।
मानव जीवन में गुरु की महत्ता का उल्लेख करते हुए जिलाधिकारी ने कबीरदास के दोहे “जाका गुर भी अंधला, चेला खरा निरंध। अंधा−अंधा ठेलिया, दून्यूँ कूप पड़ंत”॥ पढ़ते हुए कहा कि जागृत गुरु ही समाज को सही दिशा दे सकता है, बोले कि बाबा गुरिंदर सिंह से मिलकर बेहतर अनुभूति हुई, उनके कार्यों से समाज को एक नई दिशा मिल रही है।