बाहर से आता था खाना बताया जाता है कि सुनील राठी के लिए जेल में बाहर से स्पेशल खाना आता था। पिछले दिनों उसने अपने लिए घी भी मंगाया था। अब यह बात सामने आ रही है कि घी के डिब्बे में ही रखकर पिस्टल को जेल के अंदर भेजा गया था। यह पिस्टल अलग-अलग टुकड़ों में जेल के अंदर भेजी गई। पहले मैग्जीन भेजी गई। इसके बाद पिस्टल का आधा हिस्सा भेजा गया। इस तरह खाने के साथ घी के डिब्बे और अन्य भोजन के डिब्बों में यह पिस्टल जेल के अंदर पहुंचाई गई थी।
जेल में था मोबाइल फोन भी मुन्ना बजरंगी की जेल के अंदर हुई हत्या में सिर्फ एक दिन की लापरवाही जिम्मेदार नहीं है। लंबे समय से जेल के अंदर लापरवाही चल रही थी। इसका खुलासा इसी बात पर हो जाता है कि जेल के अंदर मोबाइल फोन भी चल रहा था। इस हत्याकांड की जांच-पड़ताल में यह बात भी सामने आई है कि जब रात को मुन्ना बजरंगी एंबुलेंस से बागपत जेल पहुंचा तो वहां विक्की नाम के शख्स ने उसका स्वागत किया था। इसके बाद सुनील राठी, विक्की और मुन्ना बजरंगी एक साथ बैठे थे। बताया जा रहा है कि उन्होंने वहां शराब भी पी थी। अगर यह बात सही है तो सवाल यह भी है कि जेल के अंदर शराब कैसे पहुंची?
सुनील के पास आया था फोन बताया जा रहा है कि इस हत्याकांड को अंजाम देने से पहले सुनील राठी के पास एक फोन आया था। इसके बाद ही सुनील राठी ने मुन्ना की हत्या की थी। हत्याकांड से पहले मुन्ना बजरंगी और सुनील राठी के बीच किसी टेंडर की बात को लेकर मामूली विवाद हुआ था। इस दौरान विक्की ने दोनों के बीच समझौता करा दिया था और बात को आगे नहीं बढ़ने दिया था। इस विवाद के बाद मुन्ना बजरंगी वहां से उठ कर चला गया था। कुछ देर बाद सुनील राठी को फोन किसी का फोन आया था। कहा जा रहा है कि इसको सुनने के बाद सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी। जेल में न तो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और न ही जैमर है। चर्चा यह भी है कि सुनील राठी जहां भी रहता है, जेल के अंदर ही अपने साथ पिस्टल रखता है।