अनाउंसमेंट नंबर एक ( Mela )
सोमवार को जब मेला अपने पूरे यौवन पर था तो यहां लगे रेडियो में अनाउंसमेंट किया गया कि “डॉक्टर साहब की पत्नी साहिबा ( काल्पनिक नाम ) जहां भी कहीं हो मंच पर पहुंच जाएं” डॉक्टर साहब उनका काफी देर से इंतजार कर रहे हैं। डॉक्टर साहब काफी देर से अपनी पत्नी का इंतजार कर रहे हैं उनकी पत्नी जहां भी आवाज सुन रही हों जल्द से जल्द स्टेज पर पहुंच जाएं।
अनाउंसमेंट नंबर दो ( Mela )
मोहल्ला गोटेशाह से आई नसीमा ( काल्पनिम नाम ) मेले में जहां भी हों अपने घर पहुंच जाए। घर पर बच्चे उनका इंतजार कर रहे हैं। काफी देर से उनका घर पर इंतजार किया जा रहा है। उनके वालिद भी परेशान हो रहे हैं। नसीमा अगर इस आवाज को सुन रही हों ते जल्द से जल्द से अपने घर पहुंच जाए।
अनाउंसमेंट नंबर तीन ( Mela )
भाई युनुस का रेशमी रुमाल मेले में कहीं गिर गया है, जिस किसी भी साहब-साहिबा को मिला हो तो स्टेज पर जमा करा दें। भाई युनुस के लिए ये रुमाल बेहद कीमती है। काफी तलाश करने के बाद भी रुमाल का कोई पता नहीं चल सका है जिस किसी भी भाई को उनका रुमाल मिला हो वो उसे काउंटर पर जमा करा दें।
अलाउंसमेंट नंबर चार ( Mela )
एक बच्चा जिसने हरे रंग की टी-शर्ट पहनी हुई है अपने परिवार से बिछड़ गया है जिस किसी को भी ये बच्चा मिले उसे गेट पर खोया-पाया काउंटर पर भिजवा दें। इनके परिवार वाले बहुत परेशान हैं काफी देर से इस बच्चे को तलाश कर रहे हैं। इसी में कुछ इस तरह के भी अलाउसमेंट हो रहे हैं कि एक बच्चा जो बोल नहीं पा रहा है अपना नाम गुल्लू बताता है इसने हरे लाल रंग की टीशर्ट और काले रंग का निक्कर पहना हुआ है जिस किसी का भी ये बच्चा हो खोया-पाया केंद्र से आकर ले लें।
अनाउंसमेंट नंबर पांच ( Mela )
ये अनाउंसमेंट तो बिल्कुल ही अलग था। इसमें कहलवाया गया कि इनाम भाई जो कल दुबई से आए हैं उनका मलेशिया में इतजार किया जा रहा है। वो जल्द मलेशिया पहुंच जाएं। मेले में ये अनाउंसमेंट करने वाले एंकर कमर सैफी ने बताया कि अगर किसी का खोया-पाया की सूचना होती है तो वो फ्री होती है लेकिन अगर कोई अपना पर्सनल संदेश कहलवाना चाहता है तो उसके लिए 30 रुपये शुल्क रखा गया है।